सूरजपुर जिले में मिनी प्लग टाइप सीडलिंग यूनिट द्वारा सालाना 20 लाख पौधों का उत्पादन
सूरजपुर, 4 जुलाई (हि.स.)। कृषि क्षेत्र में तकनीकी नवाचारों के तहत सूरजपुर जिले में मिनी प्लग टाइप सीडलिंग यूनिट किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। जिले में दो मिनी प्लग टाइप सीडलिंग यूनिट संचालित हैं, जिनमें से एक जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर
मिनी प्लग टाइप सीडलिंग यूनिट से सूरजपुर जिले के किसानों को मिल रही गुणवत्तायुक्त पौधा


सूरजपुर, 4 जुलाई (हि.स.)। कृषि क्षेत्र में तकनीकी नवाचारों के तहत सूरजपुर जिले में मिनी प्लग टाइप सीडलिंग यूनिट किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। जिले में दो मिनी प्लग टाइप सीडलिंग यूनिट संचालित हैं, जिनमें से एक जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर स्थित शासकीय उद्यान दतिमा में, तथा दूसरी 80 किलोमीटर दूर शासकीय उद्यान खोरमा में स्थापित है।इन दोनों यूनिटों की संयुक्त वार्षिक उत्पादन क्षमता 20 लाख सीडलिंग (पौध) की है। यहां करेला, टमाटर, बैंगन, गेंदा, मिर्च, फूलगोभी, पत्तागोभी, खीरा, तरबूज जैसी विविध सब्जियों, मसालों एवं पुष्पों की पौध तैयार की जाती है।

सीडलिंग यूनिट की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहां तैयार पौधे स्वस्थ्य, गुणवत्तायुक्त, कीट-व्याधि से मुक्त तथा अधिक उत्पादन देने वाले होते हैं। किसान यदि स्वयं बीज उपलब्ध कराते हैं तो उन्हें मात्र एक रू. प्रति पौधा की दर से पौध दी जाती है, जबकि विभागीय बीज से तैयार पौध 1.50 रू. प्रति पौधा की दर से उपलब्ध कराई जाती है।

कृषकों की मांग पर यूनिटों में टमाटर और बैंगन के ग्राफ्टेड पौधे भी तैयार किए जाते हैं, जो बेहतर उपज देने में सहायक होते हैं। सामान्यतः 25 से 30 दिनों में बीज से पौध तैयार हो जाती है, जिससे किसानों को समय पर रोपाई के लिए उन्नत पौध उपलब्ध हो जाती है।

यह पहल किसानों को पारंपरिक बीज बोवाई की प्रक्रिया से मुक्ति दिलाकर उन्हें आधुनिक, तेज और भरोसेमंद विकल्प प्रदान कर रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय