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नई दिल्ली, 4 जुलाई (हि.स.)। पश्चिमी जिले के मोती नगर थाना पुलिस और स्पेशल स्टाफ की टीम ने एक फर्जी लूट की वारदात का 10 घंटे के भीतर ही पर्दाफाश करते हुए 13 लाख रुपये की नकद राशि बरामद कर ली है। इस मामले में शिकायतकर्ता खुद ही लूट की साजिश का मास्टरमाइंड निकला, जिसने अपने दोस्त के साथ मिलकर योजना बनाई थी। पकड़े गए आरोपितों की पहचान केशवपुरम निवासी सुभाष चंद (22) और
महेन्द्रगढ़ हरियाणा निवासी विजयपाल (26) के रूप में हुई है।
पुलिस के मुताबिक 13 जुलाई को मोती नगर थाने में एक कॉल आई जिसमें बताया गया कि एक व्यक्ति से 13 लाख रुपये की लूट कर ली गई है। शिकायतकर्ता सुभाष चंद ने पुलिस को बताया कि वह बैंक से पैसे निकालकर लौट रहा था। तभी एक फ्लाईओवर पर तीन बाइकों पर सवार छह अज्ञात बदमाशों ने उसे चाकू मारकर लूट लिया और फरार हो गए।
पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू की और एक संयुक्त टीम गठित की गई।
पुलिस टीम ने सबसे पहले घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की। लेकिन कहीं भी शिकायतकर्ता का पीछा करती कोई बाइक नजर नहीं आई। इसके साथ ही शिकायतकर्ता के शरीर पर चाकू से कथित चोटें बहुत सतही थीं। जिससे पुलिस को संदेह हुआ। जब सुभाष चंद से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने सारी सच्चाई उगल दी।
पुलिस पूछताछ में सुभाष चंद ने कबूला कि उसने यह पूरी लूट की कहानी अपने दोस्त विजयपाल के साथ मिलकर गढ़ी थी। जांच में पता चला है कि सुभाष एक ट्रेडिंग कंपनी में अकाउंटेंट के तौर पर पिछले दो साल से काम कर रहा है। वह जुए में 30 लाख रुपये हार चुका था और उसे पैसे लौटाने का दबाव था।
इसलिए उसने बैंक से 13 लाख निकालकर राजौरी गार्डन मेट्रो स्टेशन पर विजयपाल को सौंप दिए और खुद झूठी लूट की कहानी रच दी। योजना के अनुसार विजयपाल ने रैपिडो बाइक की मदद से धौलाकुआं तक सफर किया और वहां से हरियाणा स्थित अपने गांव भाग गया।
पुलिस टीम ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के गांव बयाल में छापा मारा और विजयपाल को पकड़ लिया। उसके पास से पूरे 13 लाख नकद बरामद किया गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी