खेतीबाड़ी में नवाचार अपनाने की नितांत आवश्यकता : चंद्र कुमार
धर्मशाला, 04 जुलाई (हि.स.)। कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने शुक्रवार को कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र के मटौर में जिला कांगड़ा में निर्यात योग्य बासमती चावल की पैदावार को बढ़ाने हेतु आयोजित कार्यशाला की अध्यक्षता की। कृषि मंत्री ने इस अवसर पर क
कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए कृषि मंत्री।


धर्मशाला, 04 जुलाई (हि.स.)। कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने शुक्रवार को कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र के मटौर में जिला कांगड़ा में निर्यात योग्य बासमती चावल की पैदावार को बढ़ाने हेतु आयोजित कार्यशाला की अध्यक्षता की।

कृषि मंत्री ने इस अवसर पर किसानों को खेतीबाड़ी के पारंपरिक तरीकों से आगे बढ़कर नवाचार अपनाने और कृषि ढांचे में बदलाव लाने के लिए कहा।उन्होंने कहा कि किसान कृषि विभाग के साथ संपर्क बनाए रखें, ताकि नई तकनीकों की जानकारी मिलती रहे और उत्पादन में बढ़ोतरी हो। उन्होंने कहा कि जिला में 32 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में धान की फसल उगाई जाती है जिसमें 15 प्रतिशत बासमती किस्म का धान जिला के ज्वाली, फतेहपुर, इंदौरा व रैत में बासमती धान उगाया जा रहा है।जबकि कांगडा, नगरोटा बगवां व भवारना विकास खंड में भी बासमती चावल उगाया जाता है।इस किस्म को सुधारने की आवश्यकता है जिसके प्रयास किये जा रहे हैं।

कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार गांवों के सर्वांगीण विकास और सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। पंचायत भवनों का निर्माण, लोकमित्र केंद्रों की स्थापना,किसानों व पशुपालकों को आर्थिक प्रोत्साहन प्रदान कर सरकार हर स्तर पर गांवों की आर्थिकी को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया