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पश्चिम सिंहभूम, 31 जुलाई (हि.स.)। जिला में गुरुवार को हो साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत चल रहे तुरतुंग प्रोजेक्ट को लेकर हो भाषा के शिक्षकों के साथ आदिवासी हो समाज युवा महासभा और नेशनल आदिवासी रिवाइवल एसोसिएशन के पदाधिकारियों की बैठक महासभा कला और संस्कृति भवन, हरिगुटू में हुई।
बैठक में नए सत्र की शुरुआत, प्रशिक्षण की रूपरेखा, सेंटर चयन, अभिभावकों के साथ संवाद, नामांकन प्रक्रिया, छात्रों के फोटो-आधार एकत्रीकरण, उपस्थिति-गैरहाजिरी रिपोर्ट विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। दोनों संस्थाओं की ओर से उपस्थित शिक्षकों को इन बिंदुओं पर स्पष्ट दिशा-निर्देश दिया गया।
बैठक में जानकारी दी गई कि हो भाषा वारंगक्षिति के सेंटर पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां और पश्चिमी सिंहभूम जिलों में संचालित किया जाएगा। कहा गया कि सेंटर चयन और संचालन की अनुमति के लिए संबंधित जिलों के उपायुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला समन्वयक और विद्यालयों से संपर्क साधा जाएगा।
इसके अलावा, पिछले सत्र के प्रमाण पत्र वितरण, शिक्षकों के अनुभव प्रमाण पत्र, टीडीएस और अन्य प्रशासनिक विषयों पर भी शिक्षकों को जानकारी दी गई।
बैठक में बड़ी संख्या में हो भाषा के शिक्षक-शिक्षिकाओं की भागीदारी रही, जिन्होंने आने वाले सत्र को सफल बनाने के लिए अपने सुझाव भी साझा किया। कार्यक्रम ने भाषा संरक्षण और साक्षरता प्रसार की दिशा में एक ठोस पहल के रूप में मजबूती से संदेश दिया।
इस अवसर पर आदिवासी हो समाज युवा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इपिल सामड, महासचिव गब्बरसिंह हेम्ब्रम, धर्म सचिव सोमा जेराई, प्रदेश कोषाध्यक्ष शंकर सिदु, सांस्कृतिक सचिव जगन्नाथ हेस्सा, साहित्यकार सदस्य दांसर बोदरा, जिला सचिव ओयबन हेम्ब्रम और अनुमंडल सचिव अशीष तिरिया उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक