कॉलेजों में दाखिले की समय सीमा खत्म, लाखों सीटें फिर रह गईं खाली
कॉलेज के एडमिशन समय खत्म लाखों सीट खाली रह गई


कोलकाता, 31 जुलाई (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के कॉलेजों में दाखिले के लिए आवेदन की अंतिम तारीख खत्म होने के बाद सवाल उठ रहा है क्या इस साल भी पिछले साल जैसी ही तस्वीर सामने आएगी? क्योंकि इस बार भी कुल सीटों की तुलना में लाखों कम आवेदन जमा हुए हैं।

बुधवार को कॉलेजों में दाखिले के लिए आवेदन का अंतिम दिन था। इस बारे में शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने रात 8:35 बजे अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर एक पोस्ट किया। उन्होंने बताया कि बुधवार शाम छह बजे तक कुल तीन लाख 59 हजार 114 आवेदन जमा हुए हैं।

इस साल उच्च माध्यमिक परीक्षा का परिणाम सात मई को घोषित हुआ था। उसके 41 दिन बाद यानी 18 जून से कॉलेज में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हुई। पहले यह प्रक्रिया एक जुलाई तक चलनी थी, लेकिन बाद में इसे कई बार बढ़ाया गया और अंततः 30 जुलाई को समाप्त हुई।

हालांकि अब तक जो आंकड़े सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आए हैं, उनसे यह स्पष्ट हो रहा है कि इस बार भी राज्य के कॉलेजों में लाखों सीटें खाली रह जाएंगी।

पिछले वर्ष राज्य के कॉलेजों में कुल नौ लाख 46 हजार 921 सीटें थीं, जबकि आवेदन केवल चार लाख 44 हजार 190 जमा हुए थे। यानी पांच लाख दो हजार 731 सीटें खाली रह गई थीं। स्नातक या ऑनर्स कोर्स की कुल संख्या सात हजार 230 थी। इस बार यह संख्या घटकर सात हजार 229 हो गई है। हालांकि इस बार कुल सीटों की संख्या को लेकर शिक्षा विभाग ने कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है, लेकिन विभाग के सूत्र के अनुसार सीटों की संख्या पिछले साल जैसी ही है। इसलिए अनुमान है कि इस बार भी लाखों सीटें खाली रह जाएंगी।

गौरतलब है कि कॉलेजों में दाखिले के लिए अब ऑनलाइन आवेदन करना होता है और यह एक केंद्रीय पोर्टल के माध्यम से किया जाता है। शिक्षा मंत्री की सोशल मीडिया पोस्ट के अनुसार, बुधवार शाम छह बजे तक इस पोर्टल पर कुल तीन लाख 59 हजार 114 आवेदन जमा किए गए थे। हालांकि कुल आवेदन संख्या 20 लाख 69 हजार 760 है क्योंकि एक छात्र या छात्रा कई कोर्सों के लिए आवेदन कर सकते हैं।

राज्य के बाहर से चार हजार 311 लोगों ने पश्चिम बंगाल में उच्च शिक्षा के लिए आवेदन किया है। हालांकि कई छात्रों ने ओबीसी से संबंधित जटिलताओं के चलते अपनी जातिगत पहचान आवेदन पत्र में नहीं दी है। इसीलिए शिक्षा मंत्री ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि जिन आवेदकों ने अपनी जातिगत स्थिति स्पष्ट नहीं की है, उनसे अनुरोध है कि वे तुरंत पोर्टल पर अपने आवेदन में यह जानकारी स्पष्ट करें।

हिन्दुस्थान समाचार / अनिता राय