जायका परियोजना:प्राकृतिक खेती को अपनाकर किसान करें आय में वृद्धि : डॉ. सुनील चौहान
किसानों को ड्रिप सिंचाई तकनीक की जानकारी देते हुए कृषि विशेषज्ञ।


मंडी, 31 जुलाई (हि.स.)। जापान अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेंसी जायका के सहयोग से मंडी जिला के उपमंडल गोहर में किसानों की आर्थिकी को सशक्त बनाने के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं और गतिविधियों का बुधवार को जायजा लिया गया। इस दौरान परियोजना निदेशक डॉ. सुनील चौहान ने ब्लॉक परियोजना प्रबंधन इकाई की ओर से संचालित कार्यक्रमों का निरीक्षण किया और उन्नत खेती करने वाले प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया।

डॉ. चौहान ने कहा कि आधुनिक तकनीकों और पारंपरिक ज्ञान के समन्वय से किसान न केवल अपनी पैदावार बढ़ा सकते हैं, बल्कि रसायन मुक्त उत्पादन से बेहतर बाजार भी प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने किसानों को सामूहिक रूप से कार्य करने की प्रेरणा दी, ताकि लागत को कम कर अधिक लाभ अर्जित किया जा सके। इसके अतिरिक्त किसानों को ड्रिप सिंचाई, मल्चिंग शीट, सैसर तकनीक जैसी वैज्ञानिक विधियों की जानकारी भी दी गई।

निरीक्षण के दौरान डॉ. चौहान ने प्रगतिशील किसानों के खेतों में जाकर हाई-टेक विधियों से हो रही शिमला मिर्च और अन्य फसलों की खेती को देखा। किसानों ने बताया कि ब्लॉक परियोजना प्रबंधक डॉ. नरेंद्र कुमार के मार्गदर्शन में पॉलीहाउस और खुले क्षेत्र में शिमला मिर्च की खेती की जा रही है, जिसमें मिट्टी की नमी जांचने के लिए सेंसर तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। इससे फसल की गुणवत्ता और उत्पादन में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। कार्यक्रम में लगभग 150 किसान उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा