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कामरूप (असम), 31 जुलाई (हि.स.)। बांग्लादेश के उच्चायुक्त ने कामरूप (ग्रामीण) जिलांतर्गत रेशम नगरी के रूप में विख्यात शुवालकुचि में हथकरघा उद्योगों का दौरा किया। उन्होंने शुवालकुचि के हथकरघा उद्योग की सराहना की और महाबाहु ब्रह्मपुत्र को बांग्लादेश और असम को एकजुट रखने वाला बताया।
बांग्लादेश के उच्चायुक्त एम आरियाज हमीदुल्ला गुरुवार को बांग्लादेश के अतिरिक्त उच्च आयुक्त रुहुल हामिन के साथ असम के कामरूप जिले के नगर शुवालकुचि पहुंचे और यहां हथकरघा उद्योगों का दौरा किया। शुवालकुचि के हथकरघा उद्योग की उच्च प्रशंसा कर उच्चायुक्त ने असम और बांग्लादेश के मित्रता संबंध पर उदाहरण पेश किया। उन्होंने महाबाहु ब्रह्मपुत्र को बांग्लादेश और असम को एकजुट रखने वाला बताया। उच्चायुक्त एम आरियाज हमीदुल्ला पहले शुवालकुचि वस्त्र उद्यान पहुंचे और शुवालकुचि वस्त्रशिल्प संग्रहालय का दौरा किया। इसके बाद उच्चायुक्त और अतिरिक्त उच्चायुक्त ने यहां की दो हथकरघा उद्यमों का दौरा किया। उच्चायुक्त ने यहां खरीदारी से पहले उच्चायुक्त ने अपनी पत्नी को वीडियो काल कर शुवालकुची में उत्पादित पटसन-मूंगा के वस्त्र दिखाए और उसके बाद पत्नी के पसंद के मूंगा के बने वस्त्रों की खरीददारी की।
इससे पहले शुवालकुचि पहुंचने पर बांग्लादेश के उच्चायुक्त और अतिरिक्त उच्चायुक्त का फूलाम गामोछा और भूपेन हज़रिका के संगीत के साथ स्वागत किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द राय