दशरथ महल में मनाई स्वामी रामप्रसादाचार्य की जयंती
दशरथ महल में मनाई गई स्वामी रामप्रसादाचार्य की जयंती


अयोध्या, 31 जुलाई (हि.स.)। सावन शुक्ल सप्तमी तिथि पर चक्रवर्ती सम्राट महाराजा दशरथ जी का राजमहल बड़ास्थान संस्थापक एवं विंदु संप्रदाय के प्रथम आचार्य विंदुगाद्याचार्य बाबा रामप्रसादाचार्य महाराज की जयंती धूमधाम से मनाई गई। जयंती महाेत्सव पर गुरुवार को मठ प्रांगण में कई धार्मिक अनुष्ठान-कार्यक्रम संपन्न हुआ। सुबह सर्वप्रथम मंदिर परिसर में विराजमान स्वामी रामप्रसादाचार्य महाराज की प्रतिमा का पूजन-अर्चन, आरती किया गया। इसके बाद अयोध्यानगरी के विशिष्ट संत-महंत, धर्माचार्यों उनके कृतित्व-व्यक्तित्व का बखान किया। उपस्थित संत-महंत और भक्तजनों द्वारा जयंती उत्सव पर प्रसाद ग्रहण किया।

इस अवसर पर दशरथ महल के वर्तमान विंदुगाद्याचार्य महंत देवेंद्र प्रसादाचार्य ने कहा कि बाबा स्वामी रामप्रसादाचार्य महाराज अप्रतिम प्रतिभा के धनी संत थे। जाे दशरथ महल संस्थापक व प्रथम आचार्य रहे। जिन्हें गाेस्वामी तुलसीदास का अवतार माना जाता है। वहीं जगतगुरु अर्जुन द्वाराचार्य स्वामी कृपालु रामभूषण देवाचार्य महाराज द्वारा पधारे हुए संत-महंत, धर्माचार्यों का अंगवस्त्र ओढ़ा स्वागत-सम्मान कर भेंट, विदाई दिया।

जयंती महोत्सव पर मणिरामदास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास, महापाैर गिरीशपति त्रिपाठी, लक्ष्मणकिला धीश महंत मैथिलीरमण शरण, जगतगुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामदिनेशाचार्य, जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी राघवाचार्य, रंगमहल पीठाधीश्वर महंत रामशरण दास, अधिकारी राजकुमार दास आदि संत-महंत व भक्तगण माैजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय