केदारनाथ में श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का किया वर्णन
केदारनाथ में श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का किया वर्णन


रुद्रप्रयाग, 30 जुलाई (हि.स.)। श्रीकेदारनाथ धाम में श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति और श्रीकेदार सभा के सहयोग से आयोजित श्रीमद्भागवत पुराण कथा ज्ञान यज्ञ के छठवें दिन व्यास आचार्य स्वयंबर प्रसाद सेमवाल ने श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया।

इस मौके पर समूची केदारपुरी बाल कन्हैया के भजनों से गूंज उठी। बुधवार को सुबह से ही खराब मौसम के बीच पुजारियों ने पचांग पूजन और अन्य धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया। इसके उपरांत दोपहर 1 बजे से कथा वाचन करते हुए व्यास स्वयंबर सेमवाल ने श्रीमद्भागवत पुराण के महत्व पर प्रकाश डाला। कहा कि सभी 18 पुराणों में यह पुराण श्रेष्ठ है।

इस पवित्र पुराण के श्रवण मात्र से ही मनुष्य को मोक्ष की प्रा​प्ति हो जाती है। उन्होंने श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया। कहा कि श्रीकृष्ण का जन्म होने पर वासुदेव उन्हें गोकुल में अपने मित्र नंदबाबा के घर पहुंचा देते हैं। तब, कंस को पता चलता है तो वह पूतना को वहां भेजता है, पर बाल श्रीकृष्ण उसका वध कर देते हैं। उन्होंने श्रीकृष्ण के गोवर्धन पर्वत को अपनी अंगुली में उठाने की लीला का वर्णन भी किया।

इस मौके पर वरिष्ठ तीर्थपुरोहित उमेश चंद्र पोस्त, बीकेटीसी के सदस्य डा. विनीत पोस्ती, श्रीकेदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, ललित त्रिवेदी, मुख्य प्रशासनिक अ​धिकारी युदवीर पुष्पवाण, पारेश्वर प्रसाद त्रिवेदी, विनोद शुक्ला सहित अन्य लोग मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / दीप्ति