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रुद्रप्रयाग, 30 जुलाई (हि.स.)। मुनकटिया में रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग और सोनप्रयाग-मुनकटिया-गौरीकुंड पैदल मार्ग भारी भूस्खलन से अवरूद्ध हो गये हैं, जिससे केदारनाथ यात्रा को रोक दिया गया है। इस दौरान केदारनाथ से पहुंचे यात्रियों को एनडीआरएफ ने जंगल के रास्ते से सुरक्षित सोनप्रयाग पहुंचा दिया है। जिलाधिकारी ने गुरुवार तक के लिए यात्रा को रोकने के निर्देश दिये हैं। हाईवे की स्थिति को ध्यान में रखकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बीते मंगलवार शाम करीब 6 बजे रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग मुनकटिया के समीप चट्टान का बड़ा हिस्सा टूटने से अवरूद्ध हो गया था। रात्रि करीब दस बजे तक एनएच द्वारा मलबा साफ करने का प्रयास किया गया, लेकिन क्षेत्र में लगातार बारिश और अंधेरे के कारण काम रोक दिया गया था। वहीं, बुधवार सुबह तक प्रभावित क्षेत्र में और अधिक भूस्खलन होने से हाईवे का काफी बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। यही नहीं, हाईवे के ठीक ऊपर से गुजर रहा वैकल्पिक पैदल मार्ग भी भूस्खलन की चपेट में आ गया है, जिस कारण सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच संपर्क पूरी तरह से कट गया। हाईवे और पैदल मार्ग के क्षतिग्रस्त होने से सोनप्रयाग से यात्रियों को केदारनाथ के लिये नहीं भेजा गया। वहीं, केदारनाथ से वापस लौटे दाे साै से अधिक यात्रियों को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों ने क्षतिग्रस्त पैदल मार्ग के ऊपर पगडंडी बनाकर सुरक्षित सोनप्रयाग पहुंचाया।
इधर, जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने बताया कि हाईवे और पैदल मार्ग के क्षतिग्रस्त होने से सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक संपर्क करना मुश्किल है, जिस कारण यात्रा को गुरुवार तक के लिए रोक दिया गया है। प्रभावित क्षेत्र में हालातों को ध्यान में रखकर आने वाले दिनों के लिए निर्णय लिया जाएगा। इधर, पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने बताया कि प्रभावित हिस्से पर मलबा काफी है, जिसे साफ करने में दो से तीन दिन लग सकते हैं। इसलिये केदारनाथ यात्रा पर आने वाले यात्री अगले दो-तीन दिन के लिए अपना यात्रा कार्यक्रम स्थगित कर दें। दूसरी तरफ राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण खंड द्वारा प्रभावित क्षेत्र में मलबा साफ किया जा रहा है। एनएच के ईई ओंकारनाथ पांडे ने बताया कि हरसंभव प्रयास किया जा रहा है कि प्रभावित जगह पर कम से कम समय में हाईवे पर जमा मलबा को साफ कर क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत की जाय।
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हिन्दुस्थान समाचार / दीप्ति