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रोहतक, 30 जुलाई (हि.स.)। जिले में एक जनवरी से अब तक एनडीपीएस अधिनियम के तहत 63 मामले दर्ज करके 98 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान पांच किलो 880 ग्राम अफीम, 10 किलो 780 ग्राम चरस, 991 किलो 434 ग्राम चूरा पोस्त, 1.088 किलोग्राम हेरोइन, 42 किलो 715 ग्राम गांजा, 149 बोतल विनरैक्स, 150 टेबलेट तथा 7 किलो 480 ग्राम अफीम पौधे बरामद किए गए। इसी दौरान एनडीपीएस अधिनियम के तहत कमर्शियल रिकवरी में भी एक मामला दर्ज किया गया तथा दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।
डीसी धमेंद्र सिंह ने बताया कि हेल्पलाइन 1933 की सबसे खास बात यह है कि सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी। लोग बिना डर या संकोच के नशीली दवाओं की तस्करी तथा व्यापार की जानकारी सांझा कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल समाज में फैले नशे की प्रवृत्ति को रोकेगी, बल्कि युवाओं को भी इस बुराई से बचाने में मदद मिलेगी।
उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि नशा मुक्ति के लिए जारी जंग को और प्रभावी बनाने की दिशा में केंद्र सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए मानस हेल्पलाइन नंबर 1933 की शुरुआत की है। इस पहल का उद्देश्य भारत को जल्द से जल्द नशामुक्त बनाना है। हेल्पलाइन के जरिए आमजन ड्रग तस्करी, नशा सेवन और इससे जुड़ी गतिविधियों की गोपनीय सूचना साझा कर सकते हैं। इसके साथ ही इस हेल्पलाइन के माध्यम से काउंसलिंग और पुनर्वास सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी, ताकि नशे की गिरफ्त में आए व्यक्ति फिर से सामान्य जीवन की ओर लौट सकें।
हिन्दुस्थान समाचार / अनिल