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श्रीनगर, 30 जुलाई (हि.स.)। दशनामी अखाड़ा भवन श्रीनगर स्थित श्री अमरेश्वर मंदिर में महंत दीपेंद्र गिरि जी द्वारा देश भर से आए साधुओं के समूह के साथ धार्मिक उत्साह और हर्षोल्लास के साथ छड़ी-पूजन किया गया। श्री अमरनाथ जी के तीर्थयात्रियों के अलावा बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने विशेष प्रार्थनाओं में भाग लिया और पवित्र गदा के दर्शन किये। 'श्रावण शुक्ल पक्ष पंचमी' पर महादेव गिर दशनामी अखाड़े में छड़ी-पूजन करना एक सदियों पुरानी परंपरा है।
वर्ष 1989 तक छड़ी-मुबारक स्वामी अमरनाथ जी इस पूजन के तुरंत बाद तीर्थयात्रा के मुख्य मार्ग के लिए प्रस्थान करते थे और पवित्र गदा लेकर साधु दशनामी अखाड़ा श्रीनगर से अमरनाथ जी के पवित्र तीर्थ तक लगभग 148 किलोमीटर की पूरी यात्रा पैदल तय करते थे और पंपोर, बिजबेहरा, अनंतनाग, मार्तंड, ऐशमुकम, पहलगाम, चंदनवारी, शेषनाग और पंचतरणी में रात्रि विश्राम करते थे।
इस वर्ष छड़ी-मुबारक 4 अगस्त को दशनामी अखाड़ा श्रीनगर से मुख्य तीर्थयात्रा के लिए रवाना होगी। पहला दो रात्रि पड़ाव पहलगाम में किया जाएगा। पहलगाम के रास्ते में सुरेश्वर मंदिर श्रीनगर शिव मंदिर पंपोर, शिव मंदिर बिजबेहरा, मार्तंड तीर्थ मट्टन और गणेश मंदिर लिद्दर नदी के पार गणेशबल में भी पूजन किया जाएगा। इसके बाद छड़ी-मुबारक 6 अगस्त को चंदनवारी, 7 अगस्त को शेषनाग और 8 अगस्त को पंचतरणी में रात्रि विश्राम करेगी। शनिवार 9 अगस्त को पड़ने वाली श्रावण पूर्णिमा के अवसर पर छड़ी-मुबारक अमरनाथ जी के पवित्र तीर्थस्थल पर पहुंचेगी और वहां पारंपरिक अनुष्ठान और पूजन किया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता