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जबलपुर, 3 जुलाई (हि.स.)। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियों के सहारे वन विभाग ने पैंगोलिन के तस्करी के मामले का खुलासा किया है। ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र में वन विकास निगम कुंडम परियोजना के कर्मचारियों की नजर सोशल मीडिया में वायरल एक वीडियों पर पड़ी जिसमें एक व्यक्ति विलुप्ती की कगार पर पहुंच चुके पैंगोलिन को पकड़ रहा है। उक्त वायरल वीडियो का पता करने के लिए वन विभाग का अमला सक्रिय हो गया विभाग के सूत्रों के अनुसार मामले में पतासाजी कर उक्त वीडियो में पैंगोलिन के साथ दिखने वाले मझगवां थाना क्षेत्र के ग्राम छनगवा निवासी सुरेंद्र दहिया को चिन्हित कर पकड़ा गया। इसके अलावा सोनपुर गांव से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों द्वारा पूछताछ में बताया गया कि उक्त पेंगोलिन को उसने कंधी पटैल निवासी सोनपुर (महगवां) को रखने के लिए दिया गया है। जिसके बाद टीम ने सुरेन्द्र की निशानदेही पर बीट- सुन्तरा के कक्ष क्रमांक पीएफ 37 के पास ग्राम सोनपुर (महगवां) तहसील सिहोरा थाना मझगवां पहुंचकर कंधी पटैल के घर पर छापा मारा। पूछताछ में कंधी पटैल ने बताया कि उसके द्वारा पेंगोलिन को तेजी गोंड पिता अर्जुन सिंह के घर पर रखने को दिया है। तत्पश्चात कंधी पटैल को साथ में लेकर तेजी सिंह के घर पहुंचे। तेजी सिंह के द्वारा घर के अंदर से सीमेंट की बोरी में बंद पेंगोलिन को लाकर दिया गया।
वन विभाग ने पेंगोलिन की जप्ती की कारवाई कर तीनों आरोपियों पर वन्यप्राणी (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की धारा 2, 9, 39, 48(।), 51, 52 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। वहीं जीवित पेंगोलिन को पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी में उसके प्राकृतिक आवास में पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी छोड़ा गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / विलोक पाठक