विधानसभा अध्यक्ष ने 11 विभागीय समितियों का किया गठन
नई दिल्ली, 3 जुलाई (हि.स.)। दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने गुरुवार को वर्ष 2025–26 के लिए 11 नई विभागीय समितियों के गठन की घोषणा की। इन समितियों में “महिला एवं बाल कल्याण”, “अल्पसंख्यक कल्याण”, “अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण”, “अधिकार विशेषाध
दिल्ली विधानसभा में सोमवार को 28 राज्यों के 45 युवा छात्रों के प्रतिनिधिमंडल से संवाद करते अध्यक्ष विजेद्र गुप्ता


नई दिल्ली, 3 जुलाई (हि.स.)। दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने गुरुवार को वर्ष 2025–26 के लिए 11 नई विभागीय समितियों के गठन की घोषणा की।

इन समितियों में “महिला एवं बाल कल्याण”, “अल्पसंख्यक कल्याण”, “अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण”, “अधिकार विशेषाधिकार समिति”, “छात्र एवं युवा कल्याण” और “अनधिकृत कॉलोनियों से संबंधित विषयों पर समिति” प्रमुख रूप से शामिल हैं। इससे पहले से गठित 18 समितियों को मिलाकर कुल समितियों की संख्या अब 29 हो गई है।

विधानसभा सचिवालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार समितियों का गठन चरणबद्ध ढंग से किया जा रहा है। हले चरण में 11 समितियां, फिर दूसरे में 7 और अब तीसरे चरण में ये 11 समितियां गठित की गई हैं। बाकी 6 और समितियों के गठन की घोषणा शीघ्र की जाएगी।

समितियों के गठन पर विधानसभा अध्यक्ष का कहना है कि सभी राजनीतिक दलों को समितियों में यथोचित प्रतिनिधित्व देकर सहभागी एवं समावेशी लोकतंत्र के सिद्धांतों को सुदृढ़ किया गया है।

वर्ष 2025–26 के लिए गठित 11 समितियां इस प्रकार हैं।

प्रतिनिधि विधान समिति के अध्यक्ष संजीव झा और सदस्य अनिल गोयल, चंदन कुमार चौधरी, इमरान हुसैन, करतार सिंह तंवर, राज कुमार भाटिया, सतीश उपाध्याय, तिलक राम गुप्ता, एवं विशेष रवि है।

विशेषाधिकार समिति के अध्यक्ष प्रद्युम्न सिंह राजपूत और सदस्य अभय कुमार वर्मा, अजय कुमार महावर, नीरज बसोया, राम सिंह नेताजी, रवि कांत, सतीश उपाध्याय, सुरेंद्र कुमार एवं सूर्य प्रकाश खत्री है।

अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण समिति के अध्यक्ष कैलाश गंगवाल और सदस्य चंदन कुमार चौधरी, हरीश खुराना, प्रेम चौहान, राज करण खत्री, राज कुमार चौहान, रवि कांत, सुरेंद्र कुमार एवं वीर सिंह धींगान है।

पटल पर प्रस्तुत पत्रों की समिति के अध्यक्ष गोपाल राय और सदस्य अनिल झा, कैलाश गहलोत, कैलाश गंगवाल, कुलदीप सोलंकी, पवन शर्मा, श्याम शर्मा, तरविंदर सिंह मरवाह एवं वीर सिंह धींगान है।

महिला एवं बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष पूनम शर्मा और सदस्य आहिर दीपक चौधरी, अनिल गोयल, आतिशी, गजेन्दर डरल, नीलम पहलवान, प्रवेश रत्न, सहीराम एवं शिखा रॉय है।

छात्र एवं युवा कल्याण समिति के अध्यक्ष आहिर दीपक चौधरी और सदस्य गजेन्दर दराल, करनैल सिंह, कुलदीप कुमार, कुलदीप सोलंकी, प्रवेश रत्न, रवि कांत, रविंदर सिंह नेगी एवं चौधरी जुबैर अहमद है।

पर्यावरण समिति के अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा और सदस्य अमानतुल्लाह खान, गजेन्दर सिंह यादव, इमरान हुसैन, जितेंद्र महाजन, कैलाश गंगवाल, राज कुमार भाटिया, तिलक राम गुप्ता एवं चौधरी जुबैर अहमद है।

आचरण समिति के अध्यक्ष श्याम शर्मा और सदस्य गोपाल राय, हरीश खुराना, कैलाश गहलोत, करनैल सिंह, कुलदीप कुमार, पवन शर्मा, संजय गोयल एवं उमंग बजाज है।

अल्पसंख्यक कल्याण समिति के अध्यक्ष तरविंदर सिंह मरवाह और सदस्य आले मोहम्मद इकबाल, अमानतुल्लाह खान, अरविंदर सिंह लवली, कैलाश गंगवाल, पुनरदीप सिंह साहनी, रवि कांत, रविंदर सिंह नेगी एवं उमंग बजाज है।

अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण समिति के अध्यक्ष राज करण खत्री और सदस्य अहिर दीपक चौधरी, चंदन कुमार चौधरी, गजेन्दर सिंह यादव, गोपाल राय, करतार सिंह तंवर, नीरज बसोया, राम सिंह नेताजी एवं सहीराम है।

अनधिकृत कॉलोनियों से संबंधित विषयों पर समिति के अध्यक्ष कुलदीप सोलंकी और सदस्य अजय कुमार महावर, अनिल झा, चंदन कुमार चौधरी, गजेन्दर दराल, करतार सिंह तंवर, मुकेश कुमार आहलावत, राज करण खत्री एवं राम सिंह नेताजी है।

समितियों के महत्व प्रकाश डालते हुए अध्यक्ष गुप्ता का कहना हैा कि विधानसभा की बैठकें सीमित समय के लिए होती हैं, इसलिए सरकार के कामकाज की निरंतर निगरानी के लिए समितियां बेहद जरूरी हैं। आज शासन के काम जटिल हो गए हैं, ऐसे में समितियां यह सुनिश्चित करती हैं कि सरकार जवाबदेह बनी रहे, पैसे का सही उपयोग हो और योजनाएं ठीक से लागू हों।

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हिन्दुस्थान समाचार / धीरेन्द्र यादव