हाईकोर्ट में पीसीएस जे 2022 परीक्षा की जांच रिपोर्ट पेश, अगली सुनवाई नौ को
प्रयागराज, 03 जुलाई (हि.स.)। इलाहाबाद हाईकोर्ट में गुरुवार को यूपी पीसीएस जे 2022 मुख्य परीक्षा में उत्तर पुस्तिकाओं से छेड़छाड़, मूल्यांकन में अनियमितताओं और मेरिट सूची में गड़बड़ी के आरोपों की जांच रिपोर्ट पेश कर दी गई। न्यायमूर्ति मनोज कुमार गुप्ता ए
इलाहाबाद हाईकाेर्ट


प्रयागराज, 03 जुलाई (हि.स.)। इलाहाबाद हाईकोर्ट में गुरुवार को यूपी पीसीएस जे 2022 मुख्य परीक्षा में उत्तर पुस्तिकाओं से छेड़छाड़, मूल्यांकन में अनियमितताओं और मेरिट सूची में गड़बड़ी के आरोपों की जांच रिपोर्ट पेश कर दी गई।

न्यायमूर्ति मनोज कुमार गुप्ता एवं न्यायमूर्ति राम मनोहर नारायण मिश्र की खंडपीठ के समक्ष इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायमूर्ति गोविंद माथुर की अध्यक्षता वाली न्यायिक जांच समिति की रिपोर्ट को सीलबंद लिफाफे और सूटकेस में प्रस्तुत किया गया। उसके बाद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के अधिवक्ता के आग्रह पर खंडपीठ ने मामले पर अगली सुनवाई के लिए नौ जुलाई की तारीख निर्धारित की। याची श्रवण पांडेय की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता सैयद फरमान अहमद नक़वी, अधिवक्ता शाश्वत आनंद और अंकुर आजाद उपस्थित रहे।

गौरतलब है कि याचिका यूपी पीसीएस-जे 2022 मुख्य परीक्षा में उत्तर पुस्तिकाओं से छेड़छाड़, मूल्यांकन में अनियमितताओं और मेरिट सूची में गड़बड़ी के आरोपों को लेकर दाखिल हुई थी। यूपी लोक सेवा आयोग ने गलत मास्टर फेक कोड चिपकाए जाने से कम से कम 50 अभ्यर्थियों के अंकों की अदला बदली की बात स्वीकार की। इसने मामले को और गम्भीर बना दिया। बाद में रिटायर मुख्य न्यायमूर्ति गोविंद माथुर को उत्तर पुस्तिकाओं की छेड़छाड़ और मूल्यांकन प्रक्रिया की खामियों की जांच का जिम्मा सौंपा गया था।

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हिन्दुस्थान समाचार / रामानंद पांडे