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अशोकनगर, 03 जुलाई (हि.स.)। जिले के एक गांव में व्यवस्था और मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई है। एक शव यात्रा को अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे लोग सडक़ न होने से शव यात्रा को कीचड़ में गिरते-पड़ते व-मुश्किल से मुक्तिधाम ले जा सके। रास्ते में कीचड़ इतना कि शवयात्रा में शामिल होने आए एक सैकड़ा से अधिक ग्रामीण एवं रिश्तेदार कीचड़ में फंसकर वापिस लौट गए।
यह शर्मसार करने वाला वाकिया मुंगावली विधानसभा क्षेत्र के बहादुरपुर कस्बा अंतर्गत गीलारोपा गांव का है। जानकारी अनुसार बुधवार शाम रामचरण कटारिया उम्र 55 वर्ष की मृत्यु बीमारी के कारण हो गई थी। जिनके शवयात्रा को दाह संस्कार के लिए घर से डेढ़ किलोमीटर दूर मुक्तिधाम पर ले जाया जा रहा था। किंतु इस रास्ते में इतना कीचड़ कि शवयात्रा में शामिल होने आए एक सैकड़ा से अधिक ग्रामीण एवं रिश्तेदार कीचड़ में फंसकर वापिस लौट आए।
मृतक के पुत्र राजेश कटारिया का कहना कि शाम को पिता का देहांत होने के बाद मुक्तिधाम तक जाने के लिए शवयात्रा रवाना हुई लेकिन रास्ते में घुटनों तक कीचड़ था। शवयात्रा जब घर से शुरू ही तो ढाई सौ लोग थे लेकिन रास्ते में कीचड़ के कारण चलना मुश्किल था। ऐसे में एक एक करके लोग शवयात्रा में से वापिस हो गए किंतु परिजन और खास रिश्तेदार तमाम मुश्किलों के बाद करीब डेढ़ घंटे में मुक्तिधाम तक पहुंच पाए। तब कहीं जाकर मृतक का दाह संस्कार किया गया।
इस संबंध में ग्राम पंचायत के सचिव गौरव जैन का कहना है कि उक्त रास्ता खेतों के बीच से है। ग्राम पंचायत ने वहां ग्रेवल सडक़ बनवाई थी। दो वर्ष पहले मुक्तिधाम के पास में ही जल जीवन मिशन के तहत पानी को टंकी बनना शुरू हुई थी। इस निर्माण कार्य को करने वाली कंपनी ने पूरा रास्ता उखाड़ दिया, ग्राम पंचायत ने कई बार कंपनी के कर्मचारियों और पीएचई के अधिकारियों से रास्ता दुरुस्त करने का निवेदन किया लेकिन उन्होंने सडक़ सही नहीं कराई। इस कारण यह शर्मनाक स्थिति बनी है।
विकास के दावों को चुनौति देती तस्वीर
बता दें कि गुना-अशोकनगर ज्योतिरादित्य सिंधिया के संसदीय क्षेत्र में विकास के बड़े दावे किए जाते हैं, पर सिंधिया के संसदीय क्षेत्र के मुंगावली विधानसभा की ये तस्वीर मानवीयता को झकझोर देने वाली है।
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हिन्दुस्थान समाचार / देवेन्द्र ताम्रकार