Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
बिजनौर, 3 जुलाई (हि.स.)। आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं प्राथमिक विद्यालयों के विलय का विरोध करते हुए कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 27,965 प्राथमिक विद्यालयों के विलय के फैसले का विरोध किया। जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
आजाद समाज पार्टी का कहना है कि स्कूलों का विलय संविधान के अनुच्छेद 21-ए का उल्लंघन है। यह शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के भी खिलाफ है। साथ ही यह अनुच्छेद 46 का भी उल्लंघन करता है। यह अनुच्छेद कमजोर वर्गों की शिक्षा और आर्थिक हितों की सुरक्षा से जुड़ा है।
ज्ञापन में कौशांबी के लोंहदा गांव की एक घटना का जिक्र किया गया। वहां 8 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ था। प्रयागराज के इसौटा गांव में अनुसूचित जाति के व्यक्ति को जिंदा जलाने की घटना भी शामिल की गई। दोनों मामलों में सीबीआई जांच की मांग की गई है।
करछना में 29 जून को हुई घटना का मुद्दा भी उठाया गया। पुलिस के पथराव और लाठीचार्ज में 25 वर्षीय सुनील कुमार गौतम की मृत्यु हो गई थी। पार्टी ने इसौटा गांव से पकड़े गए निर्दोष लोगों की रिहाई की मांग की है। साथ ही क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए उचित कदम उठाने की मांग की है |
हिन्दुस्थान समाचार / नरेन्द्र