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श्रीनगर, 03 जुलाई (हि.स.)। 26वें कारगिल विजय दिवस समारोह की पूर्व संध्या पर अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने पूर्व सैनिकों के लिए श्रीनगर का दौरा शुरू किया जिसके बाद कारगिल विजय दिवस 2025 के तहत द्रास और कारगिल का दौरा किया गया ।
बहादुर दिग्गजों और वीर नारियों की टीम का नेतृत्व रियर एडमिरल राजवीर सिंह (सेवानिवृत्त) ने किया जिन्होंने सेवानिवृत्ति से पहले भारतीय नौसेना अकादमी के प्रिंसिपल का प्रतिष्ठित पद संभाला था।
इस अवसर पर कारगिल विजय दिवस हमारे लिए एक अवसर है कि हम 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना द्वारा कारगिल की दुर्लभ ऊंचाइयों पर दिखाए गए साहसी नेतृत्व, धैर्य, निस्वार्थता और बलिदान के प्रति खुद को फिर से समर्पित करें, जिसमें उसने कुटिल पाकिस्तानी हमलावरों को खदेड़ दिया था और अपनी मातृभूमि की संप्रभुता की रक्षा की थी। इसलिए कारगिल विजय दिवस न केवल स्मरण करने की तिथि है बल्कि देशभक्ति, वीरता और हमारे राष्ट्र के संकल्प का जश्न मनाने का दिन भी है। इस वर्ष हम श्रीनगर, द्रास और कारगिल में गंभीर कार्यक्रमों की मेजबानी करके अपनी जीत की 26वीं वर्षगांठ मनाएंगे।
दिग्गजों और वीर नारियों ने चिनार युद्ध स्मारक पर श्रद्धासुमन अर्पित किए, इबादत-ए-शहादत संग्रहालय का दौरा किया और जम्मू और कश्मीर की समृद्ध विरासत और संस्कृति के साथ-साथ भारतीय सेना और चिनार कोर की वीरता के इतिहास की सैर की। । टीम ने चिनार कोर कमांडर के साथ बातचीत की और राष्ट्र निर्माण की दिशा में कश्मीरी समाज के साथ सहयोग करने में पूर्व सैनिकों की भूमिका पर चर्चा की। कोर कमांडर ने दिग्गजों और कारगिल के बहादुरों की ऊर्जा, भावना और सौहार्द की सराहना की l
हिन्दुस्थान समाचार / राधा पंडिता