शिवपुरी में अग्निवीर भर्ती रैली एक अगस्त से, व्यापक तैयारियाँ तेज
अग्निवीर सेना भर्ती रैली की व्?यवस्?थाओं के संबंध में बैठक आयोजित


शिवपुरी, 29 जुलाई (हि.स.)। आगामी 1 अगस्त से शिवपुरी में आयोजित होने जा रही अग्निवीर सेना भर्ती रैली के सफल संचालन के लिए प्रशासन ने तैयारियाँ और तेज कर दी हैं। मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संभागायुक्त मनोज खत्री ने उच्चस्तरीय बैठक लेकर रैली की व्यवस्थाओं की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि यह आयोजन केवल एक भर्ती प्रक्रिया नहीं, बल्कि युवाओं के प्रति शासन की प्रतिबद्धता और प्रशासनिक दक्षता का प्रमाण होना चाहिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भर्ती रैली में पारदर्शिता, अभ्यर्थियों की सुविधा और सुरक्षा तथा सुव्यवस्थित आयोजन ही प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकताएँ होंगी।

जिलाधीश कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में ग्वालियर रेंज के डीआईजी अमित सांघी, कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी, पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़, सेना भर्ती डायरेक्टर एवं कर्नल पंकज कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में भर्ती से जुड़े सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई, जिसमें स्थल व्यवस्था, सुरक्षा, पेयजल, विद्युत, वर्षा से सुरक्षा, अभ्यर्थियों के ठहरने और मार्गदर्शन से लेकर निगरानी और शिकायत निवारण तक शामिल थे।

संभागायुक्त ने निर्देश दिए कि भर्ती स्थल पर मैदान की समतलीकरण की प्रक्रिया पूरी तरह सुनिश्चित की जाए ताकि दौड़ और शारीरिक परीक्षण के दौरान किसी भी प्रकार की बाधा न आए। उन्होंने कहा कि हर गतिविधि की तिथि सहित वीडियोग्राफी कराई जाए और सीसीटीवी कैमरों की मदद से संपूर्ण प्रक्रिया की निगरानी की जाए। उन्होंने भर्ती स्थल को युवाओं के लिए प्रेरणा और विश्वास का केंद्र बनाने पर ज़ोर देते हुए कहा कि किसी भी स्तर पर असुविधा या अव्यवस्था नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि भर्ती के लिए शिवपुरी सहित ग्वालियर संभाग के दस जिलों से लगभग दस हजार से अधिक अभ्यर्थियों के आने की संभावना है। ऐसे धर्मशाला, लॉट, होटल एवं ठहरने के स्थल जो भर्ती स्थल, बस स्?टेण्?ड अथवा रेल्?वे स्?टेशन के समीप हो तथा जहां-जहां अभ्?यर्थी रूक सकते है, उन्हें चिन्हित किया जाए। उनके संचालकों से भी बात करें, जिससे आने वाले अभ्यर्थियों को रिजनेवल प्राइज पर खाना-पीना, रूकना सुलभ हो सके। अभ्?यर्थियों को आवश्?यक वस्?तुएं ज्?यादा रूपए में प्राप्?त न हो। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा टीम भी बनाई जाए। अभ्यर्थियों की सहायता के लिए रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर हेल्प डेस्क स्थापित किए जाएंगे, जहाँ से उन्हें भर्ती स्थल तक पहुँचने, प्रवेश प्रक्रिया और अन्य जरूरी जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही प्रवेश पत्र धारकों के लिए ही भर्ती परिसर में प्रवेश की अनुमति रहेगी, जिसकी व्यवस्था सेना और प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से सुनिश्चित की जाए।

भर्ती रैली के दौरान संभावित वर्षा को देखते हुए संभागायुक्त ने पूर्व तैयारी के रूप में शेड, टेंट और जल निकासी जैसी व्यवस्थाओं की समय रहते समीक्षा करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि प्रशासन का उद्देश्य केवल आयोजन करना नहीं, बल्कि एक ऐसा वातावरण तैयार करना है, जहाँ हर अभ्यर्थी को समान अवसर और पूरी सुविधा मिले।

डीआईजी अमित सांघी ने इस अवसर पर कहा कि भर्ती स्थल पर यह स्पष्ट प्रचारित किया जाए कि भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी है और यदि कोई व्यक्ति अनुचित दबाव या पैसों की मांग करके सिलेक्शन दिलाने की बात करता है तो उसकी तत्काल शिकायत करें। उन्होंने कहा कि शिकायतों के लिए एक पृथक सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी और प्रत्येक संदेहास्पद गतिविधि पर सतर्क निगरानी रखी जाएगी।

कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने बताया कि सभी जिम्मेदारियाँ विभागों को सौंप दी गई हैं और हर स्तर पर निगरानी की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि स्थल निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की जा रही है ताकि कोई भी कमी समय रहते दूर की जा सके।

पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ ने ट्रैफिक प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि भीड़ प्रबंधन के लिए अलग-अलग टीमों की नियुक्ति की जा रही है और वैकल्पिक मार्गों की योजना भी तैयार कर ली गई है। भर्ती स्थल पर पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी।

सेना भर्ती डायरेक्टर कर्नल पंकज कुमार ने बताया कि भर्ती में केवल उन्हीं अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया जाएगा जिनके पास वैध प्रवेश पत्र होगा। उन्होंने कहा कि स्थल पर बिजली आपूर्ति के लिए डबल पॉवर सप्लाई, जनरेटर और तकनीकी सहयोग की पूरी तैयारी की गई है।

हिन्दुस्थान समाचार / रंजीत गुप्ता