इंदौरः संभाग की दुरुस्त जनपदों में जरूरतमंदों के उपचार के लिए अगस्त माह से प्रारंभ होंगे स्वास्थ्य शिविर
संभागायुक्त ने की स्वास्थ्य शिविरों की तैयारियों की समीक्षा


- एलोपैथी के साथ आयुष और होम्योपैथी के विशेषज्ञ डॉक्टर भी करेंगे इलाज, संभागायुक्त ने की स्वास्थ्य शिविरों की तैयारियों की समीक्षा

इंदौर, 29 जुलाई (हि.स.)। मध्य प्रदेश के इंदौर संभाग की दुरस्त जनपदों में जरूरतमंदों के उपचार के लिए आगामी माह अगस्त से नवम्बर तक स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा। पिछड़ी जनपद क्षेत्रों में होने वाले स्वास्थ्य शिविरों को लेकर मंगलवार को संभागायुक्त दीपक सिंह की अध्यक्षता में संभागायुक्त कार्यालय में गूगल मीट लिंक के माध्यम से बैठक आयोजित की गई। बैठक में संभागायुक्त सिंह ने कलेक्टर्स और सीएमएचओ को निर्देशित करते हुए कहा कि शिविरों से पूर्व सभी आवश्यक तैयारियां पूरी करें और डीपीएम, बीपीएम और आशा कार्यकर्ताओं के लिये जिला स्तरीय और विकासखण्ड स्तरीय प्रशि‍क्षण आयोजित कर तैयार किये गये प्रारूपों के संबंध में आवश्यक रूप से तैयार करें।

इसके अलावा उन्होंने जिला कलेक्टर्स से कहा कि स्थानीय स्तर पर अन्य विभागों को शामिल करने के साथ ही आयोजन स्थल पर आवश्यक तैयारियों में ग्रामीणों, पंचायत सचिवों का विशेष रूप से सहयोग लें। इन शिविरों में ऐसे ग्रामीणों को लाया जाये जो अत्यंत जरूरतमंद है, जिनकी जाँच के लिये आशा कार्यकर्ताओं को पूर्व से ही तैयारी के लिये निर्देशित करें। इन शिविरों में शत-प्रतिशत सिकलसेल एनीमिया की जाँच सुनिश्चित करने के साथ ही प्रमाण पत्र और पेंशन स्वीकृति के प्रकरण भी तत्काल तैयार किये जा सकें, इसके लिये प्रशिक्षण में विशेष तौर पर बताया जाये।

बैठक में अपर कलेक्टर गौरव बैनल, संयुक्त विकास आयुक्त डी.एस. रणदा, क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य डॉ. शॉजी जोसफ, क्षेत्रीय संयुक्त संचालक डॉ. पूर्णिमा गडरिया, मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. माधव प्रसाद हसानी, एमजीएम कॉलेज के डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया, कीट विज्ञानी डॉ. सी.एस. शर्मा, आयुष विभाग की संयुक्त संचालक डॉ. मीना भायल, सेम्स के प्रबंधक राजीव सिंह सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर्स, मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी एवं अन्य संबंधित अधिकारी शामिल हुए।

बैठक में संभागायुक्त सिंह ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आगामी अगस्त से लेकर नवम्बर तक संभाग के सभी जिलों बुरहानपुर, खण्डवा, अलीराजपुर, धार, झाबुआ, बड़वानी, खरगौन और इंदौर में अगस्त के द्वितीय पखवाड़े से 30 नवम्बर 2025 तक 30 से अधिक स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जायेगा। इसका उद्देश्य दूरस्थ क्षेत्रों में निवासरत ग्रामीणों की स्वास्थ्य संबंधी जानकारी जुटाना और उन्हें चिन्हित कर उनका समुचित इलाज करना है। इस आयोजन में संभाग के सभी जिलों के शासकीय अस्पताल, आयुष महाविद्यालय, निजी अस्पताल सहित एनजीओ आदि अपनी सेवाएं देंगे। इसमें सेम्स चिकित्सा महाविद्यालय इंदौर, इंडेक्स चिकित्सा महाविद्यालय इंदौर, शंकर आई अस्पताल इंदौर, चोईथराम नेत्रालय, इंदौर कैंसर फाउंडेशन, विशेष जूपिटर अस्पताल इंदौर, मेदांता अस्पताल इंदौर, कोकिलाबेन धीरूभाई अम्बानी अस्पताल इंदौर, शैल्बी अस्पताल, इंदौर, एलएनसीटी अस्पताल इंदौर, सीएचएल इंदौर सहित सभी आयुष महाविद्यालय के चिकित्सक और एनजीओ अपनी सेवाएं देंगे। ये शिविर शासकीय अस्पताल, कम्युनिटी हॉल, शैक्षणिक संस्थान आदि स्थानों पर आयोजित किये जाएंगे। स्वास्थ्य शिविर की शुरूआत अगस्त माह के द्वितीय पखवाड़े से होगी। इस बार एलोपैथी के साथ आयुष और होम्योपैथी के विशेषज्ञ डॉक्टर भी इलाज करेंगे।

बैठक में संभागायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे आगामी महीनों में आयोजित संभाग के दूरस्थ क्षेत्रों में होने वाले 30 से अधिक स्वास्थ्य शिविरों की व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिये आवश्यक संसाधन जुटाएं। मेमोग्राफी, सर्वाइकल कैंसर आदि बीमारियों की जाँच के लिये सोनोग्राफी मशीन, मेमोग्राफी मशीन आदि की संख्या बढ़ायी जाये। साथ ही अन्य स्वास्थ्य जाँच जैसे मधुमेह, हाईपरटेंशन, हृदय रोग, थैलेसिमिया सहित आँख, कान, नाक, गला आदि की बीमारियों के लिये आवश्यक मशीन, उपकरणों इत्यादि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। शिविर में आने वाले ग्रामीणों के लिये पेयजल, छाया, शौचालय आदि बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करें।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर