ग्वालियर : शहर में जुलाई में ही 1000 मिमी पर पहुंचा बारिश का आंकड़ा
ग्वालियर : शहर में जुलाई में ही 1000 मिमी पर पहुंचा बारिश का आंकड़ा


ग्वालियर, 29 जुलाई (हि.स.)। मप्र के ग्वालियर में मानसूनी बारिश इस बार नया इतिहास लिखने की ओर अग्रसर है। यहां 29 जुलाई शाम 5:30 बजे तक 996.4 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जबकि यहां पूरे मानसून सीजन में औसत बारिश का आंकड़ा 700.2 मिलीमीटर है। यानी 29 जुलाई तक ही शहर में औसत से 294.2 मिलीमीटर अधिक बारिश हो चुकी है। अभी जबकि मानसून सीजन में अभी अगस्त और सितंबर माह शेष हैं। मौसम वैज्ञानि‍को का पूर्वानुमान है कि यदि मानसून इसी गति से बरसता रहा तो इस साल यहां बारिश का आंकड़ा 1400 से ऊपर पहुंच सकता है। विभाग के अनुसार ग्वालियर में इससे पहले 2008 में पूरे मानसून सीजन में 295.6 मिलीमीटर बारिश हुई थी।

उल्‍लेखनीय है कि ग्वालियर में पिछले लगभग एक पखवाड़े से कभी हल्की से मध्यम तो कभी तेज बारिश का सिलसिला जारी है। मंगलवार को भी सुबह हुई हल्की बारिश के बाद अपरान्ह करीब सवा चार बजे से शुरू हुई बारिश देर रात तक जारी रही। मौसम विभाग के अनुसार इस समय उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश में निम्न दबाव का क्षेत्र सक्रिय है। उत्तर-पूर्वी अरब सागर से गुजरात, उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश में मौजूद निम्न दबाव क्षेत्र के केन्द्र से होते हुए झारखंड, उत्तरी छत्तीसगढ़, गंगीय पश्चिम बंगाल तक एक द्रोणिका लाइन विस्तृत है। मानूसन द्रोणिका श्रीगंगानगर, दिल्ली, उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश में सक्रिय निम्न दबाव क्षेत्र, सतना, डाल्टनगंज, जमशेदपुर, दीघा से होते हुए उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी तक जा रही है।

इसके अलावा एक चक्रवातीय परिसंचरण पंजाब और दूसरा उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सक्रिय है। इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से बुधवार सुबह तक ग्वालियर-चंबल संभाग में अधिकांश क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। इसके बाद अगले चार दिन तक हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। मंगलवार को शहर में अधिकतम तापमान 29.6 डिग्री सेल्सियस पर रहा जो सामान्य से 4.0 डिग्री सेल्सियस कम है जबकि न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 0.8 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज शाम 5:30 बजे तक शहर में 23.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।

हिन्दुस्थान समाचार / शरद शर्मा