मंडलाः सांदीपनि विद्यालय के प्रांगण में बालक एवं बालिका छात्रावास भवनों के निर्माण की रखी गई आधारशिला
मंडलाः सांदीपनि विद्यालय के प्रांगण में बालक एवं बालिका छात्रावास भवनों के निर्माण की रखी गई आधारशिला


- विद्यार्थियों को मिलेगी आवासीय सुविधा

मंडला, 29 जुलाई (हि.स.)। कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने मंगलवार को जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में निवास विकासखंड के ग्राम हाथीतारा में सांदीपनि विद्यालय के प्रांगण में बालक एवं बालिका छात्रावास भवनों के निर्माण की आधारशिला रखी। उन्होंने केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा पीएम जनमन अभियान अंतर्गत राष्ट्रीय कार्यक्रम के प्रसारण के बीच सांदीपनि विद्यालय के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में भूमिपूजन शिलापट का अनावरण किया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक रजत सकलेचा, जिला पंचायत सीईओ श्रेयांस कूमट, जनपद पंचायत अध्यक्ष मंजू कुलस्ते, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष घनश्याम सूर्यवंशी, नगर परिषद उपाध्यक्ष बसंत चौधरी, एसडीएम सीएल वर्मा, एसी ट्रायबल वंदना गुप्ता, डीईओ मुन्नी वरकड़े, जनपद सीईओ श्रद्धा सोनी सहित अन्य गणमान्यजन, विद्यालय का स्टाफ एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।

इस दौरान कलेक्टर मिश्रा ने भवन निर्माण अभिकरण के कार्यक्रम में जानकारी देते हुए बताया कि यह छात्रावास पीएम जनमन योजना अन्तर्गत स्वीकृत हुआ है। ग्राम हाथीतारा में बालक एवं बालिकाओं के लिए 50-50 सीटर की क्षमता के दो छात्रावास भवनों का निर्माण कार्य किया जाना है। यह कार्य निर्माणाधीन सांदीपनि विद्यालय के भवन निर्माण के साथ ही शुरू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह दोनों छात्रावास 15 माह के भीतर एवं सांदीपनि विद्यालय का यह भवन दिसंबर 2025 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।

कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष मंजू कुलस्ते ने कहा कि हाथीतारा में विद्यार्थियों की शिक्षा की सुविधा की दृष्टि से यह निर्माण बहुत उपयोगी होगा। केंद्र और प्रदेश की सरकार मिलकर शिक्षा की बेहतरी के लिए भरसक प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव स्कूलों में विद्यार्थियों को बेहतर से बेहतर शिक्षा एवं सुविधाएं कैसे मिले, इसकी चिंता करते हैं। इसी का परिणाम है कि हर विकासखंड में उत्तम सुविधाओं से युक्त सांदीपनि विद्यालय और हॉस्टल बनाये जा रहे हैं। अब विद्यार्थियों को छात्रावास में रहकर सुगमता से शिक्षा ग्रहण करने में मदद होगी। घर से दूर रहकर शिक्षा ग्रहण करना अब आसान हो जाएगा। शहरों में दी जाने वाली शिक्षा एवं सुविधाएं अब ग्रामीण अंचलों में भी विद्यार्थियों को भी मिलने लगेगी। यह विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित होगी।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर