मप्र : भैंस के गेटअप में विधानसभा पहुंचे कांग्रेस विधायक, बजाई बीन, बोले- सोती सरकार को जगाने आए
भैंस के गेटअप में विधानसभा पहुंचे कांग्रेस विधायक


मुख्‍यमंत्री बोले- आप चुने हुए प्रतिनिधि है, मर्यादा बनाकर रखें

भोपाल, 29 जुलाई (हि.स.) । मध्‍य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित विधानसभा में मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को कांग्रेस विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में बीन बजाते हुए प्रदर्शन किया। एक विधायक भैंस बने जबकि बाकी उनके आगे बीन बजाते दिखे। कांग्रेस विधायकों का कहना था कि मध्य प्रदेश सरकार भैंस की तरह सोई हुई है। ओबीसी को 27 परसेंट आरक्षण नहीं मिल रहा। युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही। उनका कहना है कि हम सवाल लगाते हैं तो सरकार जवाब नहीं देती। ऐसे में हम उसे बीन बजाकर जगा रहे हैं।

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार भैंस की तरह सोई हुई है। ओबीसी को 27 परसेंट आरक्षण नहीं मिल रहा। युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही। इसी को लेकर हम इस तरह का प्रदर्शन कर रहे हैं। पोहरी से कांग्रेस विधायक कैलाश कुशवाहा विधानसभा में भैंस के गेटअप में पहुंचे। अंदर जाने लगे तो सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें ब्लैक गाउन उतार कर जाने का अनुरोध किया। इसके बाद उन्होंने गाउन उतारा, फिर अंदर गए। कुशवाह ने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और मंत्री भैंस की तरह बेशर्म है। सरकार भैंस की तरह सिर्फ खा रही है। सभी योजनाओं को डकार रही है। जनता परेशान है, किसान की फसल चौपट हो गई, गरीबों के मकान गिर गए। इस पर सरकार कुछ नहीं बोलती है।

इसके जवाब में बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के इंटरनेशनल सपेरे कुछ दिन पहले राजधानी में आए थे। उन्होंने कहा था कि आस्तीन के सांप ढूंढ़ना है। इन्हीं को ढूंढ़ने के लिए बीन बजाई जा रही है। इस मामले में सदन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि विपक्षी सदस्य आज नागपंचमी पर भैंस लेकर आए। कभी गिरगिट लेकर आते हैं। आप चुने हुए प्रतिनिधि हैं, मर्यादा बनाकर रखना चाहिए।

कांग्रेस के प्रदर्शन पर कालापीपल से भाजपा विधायक घनश्याम चंद्रवंशी ने कहा कि कांग्रेस विधायकों को कमलनाथ सरकार के समय बीन बजानी थी। उस समय न तो मंत्रियों की सुनवाई होती थी और न ही विधायकों की। इसी वजह से कांग्रेस विधायक, भारतीय जनता पार्टी के साथ आ गए थे। यदि कांग्रेस के मित्र कमलनाथ सरकार में बीन बजाते तो शायद कुछ फायदा होता। वहीं, कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने भोपाल में ड्रग्स और रेप के मामले पर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि ड्रग्स का मामला पहली बार सामने आया था, तब उपमुख्यमंत्री से जुड़े लोगों का नाम उछला था। अब दूसरा केस आने पर मंत्री विश्वास सारंग के साथ ड्रग माफिया की फोटो सामने आ रही हैं। स्पष्ट है कि ड्रग माफियाओं को बीजेपी नेता और मंत्रियों का संरक्षण है।

हिन्दुस्थान समाचार / उम्मेद सिंह रावत