सिराज घटना पूर्व-नियोजित साजिश, कांग्रेस मंत्रियों ने भाजपा को ठहराया जिम्मेदार
सिराज घटना पूर्व-नियोजित साजिश, कांग्रेस मंत्रियों ने भाजपा को ठहराया जिम्मेदार


शिमला, 26 जुलाई (हि.स.)। मंडी जिला के सिराज विधानसभा क्षेत्र में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना को लेकर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह और तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। दोनों नेताओं ने इसे केवल एक मंत्री का नहीं, बल्कि प्रदेश की लोकतांत्रिक मर्यादाओं, सांस्कृतिक गरिमा और संवैधानिक मूल्यों का अपमान बताया है।

शनिवार काे जारी एक संयुक्त वक्तव्य में अनिरुद्ध सिंह और राजेश धर्माणी ने कहा, ‘‘हिमाचल प्रदेश सदैव आपसी सौहार्द, संस्कृति और लोकतांत्रिक मूल्यों की मिसाल रहा है। लेकिन सिराज में घटित यह घटना राज्य की शालीन छवि पर एक गंभीर कलंक है, जिसे किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं किया जा सकता। राज्य सरकार इसकी कड़े शब्दों में निंदा करती है।’’

उन्होंने स्पष्ट किया कि राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी एक वरिष्ठ और संवैधानिक पद पर आसीन जनप्रतिनिधि हैं, जो सिराज क्षेत्र में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने और प्रभावित परिवारों से मिलने गए थे। लेकिन वहां कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा उनके साथ सुनियोजित और अशोभनीय व्यवहार किया गया। दोनों मंत्रियों ने इस कृत्य को एक ‘‘पूर्व नियोजित साजिश’’ करार देते हुए भाजपा को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि ‘‘यह पूरी घटना भाजपा नेताओं की शह पर हुई प्रतीत होती है। भाजपा ने प्रदेश के राजनीतिक इतिहास में एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण परंपरा की नींव रखी है, जिसके दुष्परिणाम आने वाले समय में भुगतने पड़ सकते हैं।’’

अनिरुद्ध सिंह और राजेश धर्माणी ने कहा कि लोकतंत्र में असहमति और विरोध का स्थान है, लेकिन विरोध की भी एक गरिमा होती है। यदि वह हिंसक या अपमानजनक रूप ले ले, तो वह लोकतांत्रिक अधिकार नहीं, बल्कि अपराध बन जाता है।

उन्होंने दो टूक कहा कि ‘‘सिराज में जो हुआ, वह न केवल एक मंत्री के प्रति असम्मान का प्रतीक है, बल्कि हिमाचल की लोकतांत्रिक पहचान और परिपक्व राजनीतिक संस्कृति को चोट पहुंचाने वाला कृत्य है। सरकार इस तरह के व्यवहार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी।’’

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील शुक्ला