राज्य में डायग्नोस्टिक सेवाओं के सुदृढ़ीकरण पर व्यय होंगे 207 करोड़ : शांडिल
दिवंगत जीएस बाली के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री।


धर्मशाला, 26 जुलाई (हि.स.)। स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल ने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में आशातीत सुधारों के लिए 606.70 करोड़ रुपये व्यय करेगी, जिनमें से 207.50 करोड़ रुपये विशेष रूप से प्रदेश भर में डायग्नोस्टिक सेवाओं को सुदृढ़ करने पर खर्च होंगे। शनिवार को नगरोटा में बाल मेले में दो दिवसीय मेडिकल कैंप का शुभारंभ करते हुए स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल ने कहा कि राज्य सरकार के प्रस्ताव के तहत राज्य के सभी सात मेडिकल कॉलेजों में से प्रत्येक को दो अत्याधुनिक सीटी इमेजिंग मशीनें, पांच मोबाइल डिजिटल रेडियोग्राफी (डीआर) इकाइयां, दो सीलिंग-सस्पेंडेड डीआर एक्स-रे मशीनें, कलर डॉपलर के साथ दो उच्च-स्तरीय अल्ट्रासाउंड मशीनें, एक मैमोग्राफी यूनिट और एक पिक्चर आर्काइविंग एंड कम्युनिकेशन सिस्टम (पीएसीएस) प्रदान किया जाएगा। इन अत्याधुनिक उपकरणों से स्वास्थ्य संस्थानों की क्षमताओं में उल्लेखनीय सुधार होगा और इन संस्थानों में मरीजों को शीघ्र, सटीक और विश्वसनीय स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं सुनिश्चित होंगी। उ

उन्होंने बताया कि वर्तमान में सरकारी क्षेत्र में पैरा मेडिकल स्टाफ के लिए प्रशिक्षण सीटें बहुत कम थीं। अब राज्य सरकार ने इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय, शिमला और कांगड़ा स्थित डॉ. राजेंद्र प्रसाद चिकित्सा महाविद्यालय टांडा में तकनीशियन कोर्स की सीटें बढ़ाने का फैसला लिया है।

इससे पहले आरएस बाली ने स्वास्थ्य मंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि विगत 23 वर्षों से नगरोटा में विकास पुरूष के जन्म दिन पर मेगा मेडिकल कैंप का आयोजन निरंतर चल रहा है ताकि आस पास के क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकें।

हिन्दुस्थान समाचार / सतेंद्र धलारिया