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बोकारो, 25 जुलाई (हि.स.)। चास थाना क्षेत्र में 18 जुलाई को शाम हुई एक बड़ी ठगी और लूट की वारदात का पुलिस ने खुलासा करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
इस बाबत पुलिस अधीक्षक हरविंदर सिंह ने पुलिस मुख्यालय स्थित कॉन्फ्रेंस हाल में शुक्रवार को प्रेस वार्ता आयोजित कर ये जानकारी साझा की। पुलिस कप्तान ने जानकारी दी कि पीड़ित अभय आनंद ने पुलिस को बताया कि उन्हें दोगुना रकम देने का झांसा देकर पहले 65 लाख रुपये फर्जी कंपनियों के खातों में आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर करवाए गए। इसके बाद एक नकली, लूट की साजिश रचकर उनसे पैसे लूट लिए गए।मामले के उद्भेदन के लिए पुलिस कप्तान ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रवीण कुमार सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन गया।
तकनीकी और मानवीय सूचनाओं के आधार पर बोकारो, धनबाद, देवघर और जामताड़ा जिलों में छापेमारी की गई। 24 जुलाई को जामताड़ा जिले के मिहिजाम में छापेमारी के दौरान 34 लाख रुपये नकद बरामद किए गए।
पुलिस ने इस मामले में दो आरोपितों नरेश मंडल (48) और अमित साव (37) को गिरफ्तार किया है। हालांकि, इस गिरोह का मास्टरमाइंड सुदर्शन उर्फ बंटी सिंह उर्फ पाठक अभी भी फरार है।
जांच में पता चला है कि इस गिरोह का मास्टरमाइंड सुदर्शन लोगों को दोगुना पैसा देने का झांसा देकर फोन करता था। नरेश मंडल और अमित साव ने शॉ कॉन्ट्रैक्टर्स ओपीसी प्राइवेट लिमिटेड और अमित एंटरप्राइजेज, आसनसोल नाम की फर्जी कंपनियों के नाम पर बैंक खाते खुलवाए थे।
18 जुलाई को रांची के जमीन दलाल अभय आनंद और उनके साथियों को 1.30 करोड़ रुपये देने का वादा करके 65 लाख रुपये आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर करवाए गए। पैसे ट्रांसफर होने के बाद आरोपियों ने नकदी की जगह फल की पेटी में भरे बैग दिखाकर उन्हें भरोसा दिलाया। इसके बाद रास्ते में नकली लूट की योजना के तहत कार से वादी और उनके साथी को उतार दिया गया। इसके बाद धनबाद की ओर फरार हो गए। पुलिस मामले में की जांच जारी रखे हुए है और फरार आरोपितों की तलाश कर रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / अनिल कुमार