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जम्मू, 25 जुलाई (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को एक शिकायत मिली थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि लोक सेवक चुन्नी लाल, पटवारी, पटवार हलका दंसाल ने शिकायतकर्ता से सीमांकन रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए अवैध रिश्वत की मांग की थी।
आरोपी चुन्नी लाल पटवार हलका दंसाल ने सीमांकन रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए शिकायतकर्ता से 1,00,000 की रिश्वत की मांग की और बातचीत के बाद आरोपी चुन्नी लाल 75,000 लेने के लिए सहमत हो गया और रिश्वत के रूप में 25,000 की पहली किस्त की मांग की। हालाँकि शिकायतकर्ता पहली किस्त के रूप में 25,000 का प्रबंध नहीं कर सका और इसके बदले में वह केवल 20,000 का ही प्रबंध कर पाया। चूँकि शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहता था इसलिए उसने आरोपी लोक सेवक के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने के लिए एसीबी से संपर्क किया।
शिकायत प्राप्त होने पर एक गोपनीय सत्यापन किया गया जिससे संबंधित लोक सेवक द्वारा रिश्वत की माँग की पुष्टि हुई और तदनुसार भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 के अंतर्गत एफआईआर संख्या 15/2025 के तहत पुलिस स्टेशन एसीबी जम्मू में मामला दर्ज किया गया और जाँच शुरू की गई।
जाँच के दौरान राजपत्रित अधिकारी के नेतृत्व में एक ट्रैप टीम गठित की गई। टीम ने सफलतापूर्वक जाल बिछाया और आरोपी लोक सेवक को स्वतंत्र गवाहों की उपस्थिति में शिकायतकर्ता से 20,000 की रिश्वत मांगते और स्वीकार करते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया। एसीबी टीम ने विधि सम्मत प्रक्रिया अपनाते हुए आरोपी को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। ट्रैप टीम से जुड़े स्वतंत्र गवाहों की उपस्थिति में उसके कब्जे से रिश्वत की राशि भी बरामद कर ली गई।
इसके अलावा, स्वतंत्र गवाहों और मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में आरोपी के कार्यालय और ससुराल में भी तलाशी ली गई। इस मामले की आगे की जाँच जारी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह