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हरिद्वार, 24 जुलाई (हि.स.)। कांवड़ मेला सम्पन्न होने के बाद अब नगर निगम और जिला प्रशासन के सामने उत्सर्जित अतिरिक्त हजारों टन कूड़े को निस्तारित करना बड़ी चुनौती है। नगर निगम, प्रशासन और हरिद्वार विकास प्राधिकरण नगर की सफाई और कूड़ा हटाने में जुट गया है। आज भी कई घाटाें की
सफाई की गई। नगर निगम तीन दिन में सभी कूड़ा उठा लेने का दावा कर रहा है।
गुरुवार काे नगर आयुक्त नंदन कुमार ने बताया कि श्रावण कांवड़ मेले में 10 हजार मीट्रिक टन से अधिक कूड़ा निकला है। आमतौर पर शहर से दो ढाई सौ मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है, जो स्नान पर्वों पर चार से छह सौ मीट्रिक टन तक पहुंच जाता है, जबकि कांवड़ मेले में यह हजार, बारह सौ मीट्रिक टन प्रतिदिन तक पहुंच जाता है। इस हजारों टन कूड़े को तीन दिन में निस्तारित करना बड़ी चुनौती है। प्रशासन इस अभियान में जुटा हुआ है।
दरअसल, धर्मनगरी में 11 जुलाई से शुरू 13 दिन के कांवड़ मेले के दौरान कांवड़ यात्रियों ने खाद्य पदार्थ, प्लास्टिक की बोतल, पालीथिन, पन्नी, कपड़े, जूते-चप्पल, पुरानी कांवड़, कांवड़ में उपयोगी सामान के अवशेष आदि के रूप में हजारों टन कूड़ा उत्सर्जन किया। अब मेला संपन्न हाेने के बाद कांवड़ मेला
के दौरान उत्सर्जित कूड़ा हटाने और गंगा घाटों की सफाई में नगर निगम जुट गया है। मालवीय द्वीप, सुभाष घाट, नाई सोता, बिरला घाट, कांगड़ा पुल आदि क्षेत्रों में सफाई कराई गई। इस साफ-सफाई में हाथ बंटाने के लिए हरिद्वार विकास प्राधिकरण भी जुट गया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला