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महोबा, 24 जुलाई (हि.स.)। धार्मिक और पर्यटन स्थलों के आसपास रहने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है। अब इन स्थानों पर आने वाले पर्यटकों को लोग अपने घरों में ठहरा सकेंगे। होम स्टे के रूप में पंजीयन के बाद लोग अपने घर में ही होटल जैसी सुविधाएं दे पाएंगे। होम स्टे स्थापित करने में सरकार की ओर से भी सहायता की जाएगी।
जिला पर्यटन अधिकारी चित्रगुप्त श्रीवास्तव ने बताया कि बेड एंड ब्रेकफास्ट व होम स्टे नीति के तहत अब जिले के धार्मिक और पर्यटन स्थलों के आसपास रहने वाला कोई भी व्यक्ति अपने घर में होम स्टे खोल सकता है। एक से छह कमरों तक के मकान को होम स्टे इकाई के रूप में पंजीकृत कराया जा सकता है।
इस योजना के तहत अधिकतम 12 बेड की अनुमति ली जा सकती है। कोई भी पर्यटक लगातार सात दिन तक यहां ठहरकर होटल की तरह की सुविधाओं का लाभ उठा सकता है।
ग्रामीण क्षेत्रों में होम स्टे इकाइयों के लिए 500 से 750 रुपये और शहरी क्षेत्र में दो से तीन हजार रुपये तक आवेदन शुल्क लिया जाएगा। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा।इसके साथ ही होम स्टे खोलने पर सोलर प्लांट लगाने में सब्सिडी मिलेगी। इसके अलावा यहां पर काम करने वाले कर्मचारियों को निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर इन होम स्टे का प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा। इससे पर्यटक इन होम स्टे तक आसानी से पहुंच सकेंगे। जिससे लोगों की आय बढ़ेगी और रोज़गार के अवसर भी मिलेंगे।पहले चरण में प्रदेश के 229 स्थानों को चिह्नित किया गया है। चित्रकूट मंडल में 24 स्थान चुने गए हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / उपेन्द्र द्विवेदी