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कोटा, 24 जुलाई (हि.स.)। ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ईआरसीपी) के तहत बने पहले नवनेरा बांध में पानी का भराव शुरु हो गया है। जल संसाधन विभाग द्वारा 21 जुलाई को सभी 27 गेट बंद किए जाने के बाद मात्र तीन दिन में ही बांध 56 प्रतिशत भर गया है। गुरुवार सुबह तक इसमें 127.28 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमक्यूएम) पानी दर्ज किया गया, जबकि इसकी कुल भराव क्षमता 226.65 एमक्यूएम है।
विभाग के अनुसार वर्तमान में बांध में 44,920 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। जल संसाधन विभाग के एक्सईएन मनोज शर्मा ने बताया कि बांध में कालीसिंध, परवन, आहू, उजाड़ और चंद्रभागा नदियों का पानी आता है। यदि यही आवक बनी रही तो अगले दो से तीन दिनों में बांध पूरी तरह भर सकता है। इस वर्ष विभाग ने 170 एमक्यूएम (करीब 75 फीसदी) तक पानी भरने की अनुमति दी है। जलस्तर में तेज़ी से हो रही बढ़ोतरी के चलते बांध के भराव क्षेत्र और नदियों के किनारे बसे गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
गौरतलब है कि पिछले साल 8 से 12 सितंबर के बीच परीक्षण के तौर पर बांध में पानी भरा गया था, लेकिन 217 मीटर स्तर पर पहुंचने के बाद इसे खाली कर दिया गया था। इस बार बांध को भरा रखा जाएगा, हालांकि फिलहाल इससे पानी लिफ्ट करने का पूरा ढांचा तैयार नहीं है।
नवनेरा बांध का उपयोग भविष्य में पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों में पेयजल और सिंचाई के लिए किया जाना प्रस्तावित है। बांध में जलस्तर की निगरानी के लिए सेंसर और गेट संचालन के लिए स्काडा नियंत्रित पैनल लगाए गए हैं। गेट का संचालन मैनुअल और ऑटोमैटिक दोनों तरीके से किया जा सकता है। हर गेट पर सीसीटीवी कैमरे और कंट्रोल रूम में लाइव मॉनिटरिंग के लिए स्क्रीन की सुविधा उपलब्ध है। कोटा जिले की दीगोद तहसील के ऐबरा गांव में स्थित यह बांध 30 सितंबर 2024 को निर्माण पूर्ण होने के बाद तैयार घोषित किया गया। इसकी कुल लंबाई 1,410 मीटर है और इसमें 27 रेडियल गेट (प्रत्येक 15x16 मीटर आकार के) लगाए गए हैं। डूब क्षेत्र में 656.37 हेक्टेयर वन भूमि और 495.16 हेक्टेयर निजी भूमि शामिल है।
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हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर