तृणमूल कांग्रेस की असहिष्णुता -बम विस्फोट की एनआईए जांच की मांग करने वाले तृणमूल नेता को अभिषेक ने आजीवन पार्टी से निकाला
अभिषेक बनर्जी


कोलकाता, 24 जुलाई (हि. स.)। पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस में आंतरिक स्तर पर चरम असहिष्णुता का मामला सामने आया है। एक भयानक बम विस्फोट की एनआईए जांच की मांग करने वाले तृणमूल नेता को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने जीवन भर के लिए पार्टी से निकाल दिया है।

पश्चिम बंगाल के पूर्व बर्दवान जिले के राजुआ गांव में हुए बम विस्फोट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जांच कराने की मांग को लेकर हाई कोर्ट पहुंचे तृणमूल कांग्रेस नेता शुभेंदु दास को पार्टी से आजीवन निष्कासित कर दिया गया है। यह कार्रवाई तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के निर्देश पर की गई।

शुभेंदु दास, जो पूर्व बर्दवान जिला तृणमूल युवा कांग्रेस के सह-संयोजक हैं और पेशे से वकील हैं, ने बुधवार को कलकत्ता हाई कोर्ट में याचिका दायर कर एनआईए से जांच कराने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि इस विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हुई, कई लोग घायल हुए और एक मकान पूरी तरह तबाह हो गया। इसे कोई मामूली घटना नहीं माना जा सकता।

उन्होंने कहा कि कटवा के विधायक खुद कह चुके हैं कि हमले की साजिश उनके खिलाफ रची गई थी। जब एक जनप्रतिनिधि ही असुरक्षित हैं, तो आम लोगों की सुरक्षा पर सवाल उठना लाजिमी है। पुलिस पर अब भरोसा नहीं किया जा सकता, इसलिए मैंने हाई कोर्ट से एनआईए जांच की मांग की है।

हालांकि शुभेंदु की इस पहल से पार्टी में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली। रात होते होते पूर्व बर्दवान जिला तृणमूल अध्यक्ष और कटवा के विधायक रविंद्रनाथ चटर्जी ने पत्रकारों को बताया कि शुभेंदु को अभिषेक बनर्जी के निर्देश पर पार्टी से आजीवन निष्कासित कर दिया गया है। चटर्जी ने कहा, “मुझे जानकारी मिली है कि उन्होंने हाई कोर्ट में एनआईए जांच की मांग की है, लेकिन मुझे पुलिस पर पूरा भरोसा है और वह अपना काम सही तरीके से कर रही है।”

इधर, बुधवार को ही बम विस्फोट मामले में मुख्य आरोपित तुफान चौधरी के घर से पुलिस ने दो देशी पिस्तौल, कुछ गोलियां और दो किलोग्राम बम बनाने का सामान बरामद किया। आरोपित को कटवा अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर