Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
कांकेर, 2 जुलाई (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के रिहाईशी इलाकाें में हिंसक वन्य प्राणियाें की मैजूदगी से स्थानीय लाेगाें में भय व्याप्त है, इसी कड़ी में एक जुलाई की रात 10 बजे इमलीपारा क्षेत्र के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में वन्य प्राणी तेंदुआ बाउंड्री वॉल फांदकर अंदर घुसकर गाय के बछड़े पर हमला कर शिकार के बाद उसे घसीटकर खाने के लिए ले गया। वहां मौजूद लोगों ने घटना का वीडियो बना लिया। जिसमें देखा जा सकता है कि गाय अंत तक अपने बच्चे के बचाने रंभाती रही। बछड़ा तड़पता रहा, लेकिन तेंदुआ बैठकर उसे खाता रहा। इसके बाद वह रात भर तेंदुआ हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में घूमता रहा, कॉलोनी के गार्डन में भी उसे देखा गया। इसके बाद तेंदुआ पास के जंगल की तरफ चल गया। 2 जुलाई यानी आज बुधवार सुबह भी कॉलोनी के आस-पास तेंदुए की होने की जानकारी मिली। जिसके बाद से लोग दहशत में है। परिजन अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं। लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे, जरुरी काम होने पर ही आना-जाना कर रहे हैं।
कांकेर के डीएफओ रौनक गोयल ने बताया कि पास में ही तेंदुआ के लिए संरक्षित पहाड़ है, जहां से तेंदुआ कॉलोनी तक पहुंच चुका है। लेकिन मंगलवार रात में ही वह जंगल की ओर चला गया था। तेंदुआ काे सीसीटीवी कैमरे लगवाकर निगरानी के निर्देश दिए गये हैं, जरूरत पड़ने पर तेंदुए को पकड़ने की कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि जिले के दुधावा क्षेत्र में वन विभाग ने 10 जून को एक वन्य प्राणी तेंदुआ को पिंजरे में कैद कर लिया था। यह तेंदुआ पिछले कुछ हफ्तों से आछीडोंगरी के जंगल क्षेत्र से आकर गांवों के आस-पास मंडरा रहा था, बच्चों और पालतू मवेशियों पर हमले कर रहा था। वन विभाग के अनुसार, पकड़ा गया तेंदुआ करीब चार साल का है। पकड़ने के बाद इसे सिंगार भाट रेस्ट हाउस लाया गया। यहां उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। सीनियर अधिकारियों की अनुमति मिलने के बाद उसे सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया गया था। इसके अलावा भी कांकेर जिले में वन्य प्राणी तेंदुआ, एवं भालू के रिहाईशी इलाकाें में पहुंचकर मवेशियाें एवं आम लाेगाें पर हमला कर चुके हैं।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे