एक तरफ जीवन को संबल, दूसरी ओर खेती को नई राह
आशा की किरण बना संबल शिविर, आयुष्मान कार्ड ने दी उम्मीद, मृदा स्वास्थ्य कार्ड ने दिखाई उपज की राह जोधपुर, 2 जुलाई (हि.स.)। ग्राम पंचायत झालामंड की सुबह कुछ अलग थी। पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा 2025 के अंतर्गत आयोजित शिविर में जब 75 व
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आशा की किरण बना संबल शिविर, आयुष्मान कार्ड ने दी उम्मीद, मृदा स्वास्थ्य कार्ड ने दिखाई उपज की राह

जोधपुर, 2 जुलाई (हि.स.)। ग्राम पंचायत झालामंड की सुबह कुछ अलग थी। पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा 2025 के अंतर्गत आयोजित शिविर में जब 75 वर्षीय कालूराम गुर्जर पहुंचे, तो उनके मन में एक चिंता थी बढ़ती उम्र और हृदयघात की गंभीर बीमारी ने उन्हें असहाय बना दिया था लेकिन जब उन्हें बताया गया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत उनका 5 लाख रुपये का बीमा कवर स्वीकृत हो गया है, तो उनके चेहरे पर वर्षों बाद एक सुकून की मुस्कान थी।

उनके लिए यह सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि बीमारी के खिलाफ लड़ाई में मिला एक सशक्त हथियार था। उन्होंने इस मदद के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा तथा संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल का हार्दिक आभार जताया। इसी दिन लगभग 40 किलोमीटर दूर पंचायत समिति तिंवरी की ग्राम पंचायत भैंसेर कोटवाली में भी कुछ किसानों की जिंदगी में बदलाव की दस्तक हुई।

शिविर प्रभारी पारसमल (नायब तहसीलदार) के निर्देशन में आयोजित शिविर में कृषक जेठाराम पुत्र मंगलाराम और केराराम को प्रधानमंत्री निशुल्क मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रदान किए गए। इन कार्डों की खासियत यह है कि ये मृदा में पोषक तत्वों की कमी को पहचानने में मदद करते हैं, जिससे किसान भूमि की उर्वरता बढ़ाने के लिए उचित कदम उठा सकते हैं। यह न केवल उत्पादन को बढ़ाता है, बल्कि मिट्टी की गुणवत्ता को भी संरक्षित करता है यानी एक स्थायी खेती की ओर कदम।

हिन्दुस्थान समाचार / सतीश