असम की चाय का अध्ययन करने पहुंचा दक्षिण कोरिया का प्रतिनिधिमंडल
जोरहाट (असम), 2 जुलाई (हि.स.)। असम की 200 वर्षों पुरानी चाय परंपरा और समृद्ध विरासत का अध्ययन करने के लिए दक्षिण कोरिया का 24 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जोरहाट के मेलेंग टी एस्टेट पहुंचा। प्रतिनिधियों ने चाय की पत्तियां तोड़ने से लेकर उसकी प्रोसेसिंग, नि
असम की चाय का अध्ययन करने पहुंचे दक्षिण कोरिया के प्रतिनिधिमंडल की तस्वीर।


जोरहाट (असम), 2 जुलाई (हि.स.)। असम की 200 वर्षों पुरानी चाय परंपरा और समृद्ध विरासत का अध्ययन करने के लिए दक्षिण कोरिया का 24 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जोरहाट के मेलेंग टी एस्टेट पहुंचा।

प्रतिनिधियों ने चाय की पत्तियां तोड़ने से लेकर उसकी प्रोसेसिंग, निर्माण और पैकेजिंग तक की पूरी प्रक्रिया का गहराई से निरीक्षण किया और इसे अत्यंत आकर्षक व ज्ञानवर्धक अनुभव बताया।

मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने इस शैक्षणिक दौरे को वैश्विक सहयोग के दृष्टिकोण से उत्साहजनक बताया और कहा कि ऐसे अध्ययन दौरे असम की चाय की अंतरराष्ट्रीय संभावनाओं को और अधिक व्यापक बनाएंगे। उन्होंने कहा कि असम की चाय अब केवल देश के लिए नहीं, बल्कि वैश्विक मैत्री का माध्यम भी बन रही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश