रामलीला निवास में मनाया गया लीला बिहारी ठाकुर का प्राकट्याेत्सव
अयोध्या, 2 जुलाई (हि.स.)। आषाढ़ शुक्ल सप्तमी तिथि पर सुप्रसिद्ध एवं प्राचीन पीठ रामलीला निवास रामघाट, अयोध्या धाम में ठाकुर लीला बिहारी सरकार का पाटाेत्सव धूमधाम से मनाया गया। उत्सव पर मंदिर प्रांगण में कई धार्मिक कार्यक्रम व अनुृष्ठान संपन्न हुआ। बु
रामलीला निवास में मनाया गया लीला बिहारी ठाकुर का प्राकट्याेत्सव


अयोध्या, 2 जुलाई (हि.स.)। आषाढ़ शुक्ल सप्तमी तिथि पर सुप्रसिद्ध एवं प्राचीन पीठ रामलीला निवास रामघाट, अयोध्या धाम में ठाकुर लीला बिहारी सरकार का पाटाेत्सव धूमधाम से मनाया गया। उत्सव पर मंदिर प्रांगण में कई धार्मिक कार्यक्रम व अनुृष्ठान संपन्न हुआ। बुधवार की सुबह सर्वप्रथम मठ के गर्भगृह में विराजमान युगल सरकार का विद्वान वैदिक आचार्यों द्वारा वेदमंत्राें संग पंचामृत, फलाें का जूस और सुगंधित सर्व औषधियों से अभिषेक किया गया। तदुपरांत लीला बिहारी ठाकुर काे नया वस्त्र धारण कराया एवं दिव्य श्रृंगार किया गया। उसके बाद पूजन-अर्चन, महाआरती कर भगवान काे छप्पन भोग लगा। फिर साधु-संत व विशिष्टजनाें ने ठाकुर लीला बिहारी सरकार के प्राकट्याेत्सव का प्रसाद ग्रहण किया। तदुपरांत रामलीला निवास मंदिर के वर्तमान पीठाधीश्वर महंत चंद्रशेखर दास महाराज ने आए हुए संत-महंतों का स्वागत-सत्कार कर भेंट-विदाई दी। इस अवसर पर रामलीला निवास मंदिर के वर्तमान पीठाधिपति महंत चंद्रशेखर दास महाराज ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी आषाढ़ शुक्ल सप्तमी तिथि पर मठ में विराजमान लीला बिहारी ठाकुर का प्राकट्य उत्सव हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। मठ में पहले दादा गुरु, उसके बाद साकेतवासी महंत गुरुदेव माेदनारायण दास महाराज द्वारा यह परंपरागत पाटाेत्सव का कार्यक्रम मनाया जाता था। उनके न रहने पर, जाे अब मेरे द्वारा परंपरानुसार मनाया जा रहा है। दादा गुरु व गुरुदेव के पदचिह्नाें पर चलकर उसे मैं आगे बढ़ा रहा हूं। यह मंदिर का परंपरागत कार्यक्रम है। जाे प्रतिवर्ष मनाया जाता है। इस बार भी ठाकुर लीला बिहारी का प्राकट्याेत्सव मना, जिसमें अयोध्या धाम के संत-महंत, धर्माचार्यों समेत मंदिर से जुड़े शिष्य-अनुयायी, परिकर शामिल हुए। जिन्हाेंने भगवान के पाटाेत्सव का प्रसाद ग्रहण कर अपना जीवन सार्थक बनाया और पुण्य के भागीदार बने। लीला बिहारी ठाकुर भक्तों के ऊपर अपनी कृपा बनाये रखें। वह मार्ग में आने वाली सभी विपत्ति, भव-बाधाओं काे दूर कर सबका कल्याण करें। भारत समेत पूरे विश्व में सुख-शांति स्थापित हाे। सभी जन आपसी भाईचारा, प्रेम बनाकर रहें। देश में खुशहाली स्थापित हाे। भारत देश सुख, समृद्धि की ओर अग्रसर रहे। पूरी दुनिया में भारत देश का डंका बजे और भारत फिर से विश्व गुरु बने। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही प्राचीन मठ है। जहां लीला बिहारी ठाकुर की सेवा संग गाै, संत, विद्यार्थी और आगंतुक की सेवा सुचारु रूप से चल रही है। सभी उत्सव, समैया, त्याेहार इत्यादि परंपरागत रूप से मनाया जाता है। पाटाेत्सव पर महंत वीरेंद्र दास, महंत रामकिशोर दास, महंत रामअवध दास, महंत राममिलन दास, महंत पुरूषाेत्तम दास, आचार्य विवेक पाठक, शिक्षक अजीत सिंह समेत मंदिर से जुड़े शिष्य-अनुयायी, परिकर उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय