लॉटरी की दुकानों और कूड़े के बीच बदहाल स्थिति में नेताजी की प्रतिमा
जलपाईगुड़ी, 16 जुलाई (हि.स.)। महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा के आसपास गंदगी का अंबार। यह मंजर जलपाईगुड़ी जिले के बानरहाट ब्लॉक अंतर्गत गयेरकाटा बाजार की है जहां नेताजी की प्रतिमा के आसपास गंदगी और अव्यवस्था को लेकर स्थानीय लो
लॉटरी की दुकानों और कूड़े के बीच शर्मनाक स्थिति में नेताजी की प्रतिमा


जलपाईगुड़ी, 16 जुलाई (हि.स.)। महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा के आसपास गंदगी का अंबार। यह मंजर जलपाईगुड़ी जिले के बानरहाट ब्लॉक अंतर्गत गयेरकाटा बाजार की है जहां नेताजी की प्रतिमा के आसपास गंदगी और अव्यवस्था को लेकर स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि नेताजी की प्रतिमा के चारों ओर शाम होते ही लॉटरी की दुकानें सज जाती हैं। प्रतिमा के पास ही कूड़ा-कचरा और गंदगी फेंकी जाती है। यह स्थिति वर्षों से बनी हुई है, लेकिन ग्राम पंचायत की ओर से कोई ठोस पहल नहीं हुई है।

स्थानीय निवासी और वरिष्ठ नागरिक बादल पाल ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस और नेताजी की जयंती पर वे स्वयं ही प्रतिमा को साफ कर माल्यार्पण करते हैं। न तो सरकार और न ही कोई संस्था इस दिन कोई कार्यक्रम आयोजित करती है। जबकि नेताजी की इस प्रतिमा के बिल्कुल पास ही सांकॉयाझोड़ा-1 ग्राम पंचायत कार्यालय और दो स्कूल स्थित हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्षों पहले नेताजी की प्रतिमा यहां स्थापित की गई थी। वर्ष 1992 में उसे हटाकर एक नई प्रतिमा लगाई गई, जिसके बाद यह स्थान “नेताजी मोड़” के नाम से प्रसिद्ध हो गया। कुछ साल पहले इलाके को रोशन करने के लिए एक ऊंचा लाइट पोस्ट लगाया गया था, लेकिन अब वह भी बंद पड़ा है। नतीजतन, शाम के बाद पूरा क्षेत्र अंधेरे में डूबा रहता है।

ग्राम पंचायत की उदासीनता को लेकर लोगों में रोष है। कई बार पंचायत को सूचित किए जाने के बावजूद कुछ भी नहीं किया गया। जब इस संबंध में सांकॉयाझोड़ा-1 की प्रधान श्रावणी दे घोष से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा कि वे बैठक में हैं। पंचायत के उपप्रधान गोपाल चक्रवर्ती ने कहा कि उन्हें इस विषय की जानकारी नहीं थी, लेकिन वे अगली पंचायत बैठक में इसे उठाएंगे और उचित प्रकाश व्यवस्था एवं साफ-सफाई के लिए कदम उठाएंगे।

गयेरकाटा नागरिक मंच के सचिव संजय देवनाथ ने बताया कि नेताजी की प्रतिमा के पास शाम होते ही लॉटरी की दुकानें लग जाती हैं और लोग कचरा फेंकते हैं। न स्वतंत्रता दिवस, न गणतंत्र दिवस और न ही नेताजी की जयंती पर कोई श्रद्धांजलि दी जाती है। यह बेहद दुखद स्थिति है।

स्थानीय व्यापार संघ के सचिव सुरेन सालगी ने कहा, एक स्वतंत्रता सेनानी की प्रतिमा को अंधेरे और गंदगी में छोड़ देना हम सभी के लिए शर्म की बात है। ग्राम पंचायत को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।

स्थानीय लोगों की मांग है कि नेताजी की प्रतिमा के आसपास सफाई, रोशनी और अच्छा माहौल सुनिश्चित किया जाए ताकि भावी पीढ़ियों को स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति श्रद्धा और प्रेरणा मिल सके।

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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय