चंपावत में हरेला पर्व की धूम, 35 हजार पौधे रोपित – 9 लाख पौधों का लक्ष्य
चंपावत, 16 जुलाई (हि.स.)। उत्तराखंड के लोकपर्व हरेला को जिले में पूरे उत्साह और पारंपरिक भावना के साथ मनाया गया। इस अवसर पर प्रकृति को संरक्षित करने और हरियाली बढ़ाने के उद्देश्य से व्यापक पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिलाधिकारी मनीष कुमार के निर
हरला पर्व के अवसर पर पौधारोपण करते


हरला पर्व के अवसर पर पौधारोपण करते


चंपावत, 16 जुलाई (हि.स.)। उत्तराखंड के लोकपर्व हरेला को जिले में पूरे उत्साह और पारंपरिक भावना के साथ मनाया गया। इस अवसर पर प्रकृति को संरक्षित करने और हरियाली बढ़ाने के उद्देश्य से व्यापक पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिलाधिकारी मनीष कुमार के निर्देश पर वन विभाग की अगुवाई में पूरे जिले में हरेला पर्व पर पौधरोपण किया गया।

बुधवार को चंपावत पुल्ड हाउस रोड में डीएफओ नवीन चंद्र पंत के निर्देशन में बृहद पौधरोपण कार्यक्रम संपन्न हुआ, जिसमें डीएम मनीष कुमार, एसपी अजय गणपति, राज्य मंत्री श्याम नारायण पांडे, पालिका अध्यक्ष प्रेमा पांडे, आईटीबीपी कमांडेंट संजय कुमार और कई जिला स्तरीय अधिकारी, आईटीबीपी और एसएसबी के जवानों ने भाग लिया।

कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हुई और सैकड़ों की संख्या में पौधे लगाए गए। इस मौके पर सभी ने इन पौधों की संरक्षा का संकल्प लिया। डीएम मनीष कुमार ने कहा कि पौधे लगाना जितना आवश्यक है, उनकी सुरक्षा करना उससे कहीं अधिक जरूरी है। उन्होंने सभी विभागों को इन पौधों की देखभाल की जिम्मेदारी सौंपी है।

एसपी अजय गणपति और राज्य मंत्री श्याम नारायण पांडे ने अधिक से अधिक पौध लगाने और उनकी देखभाल करने की अपील की। पांडे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अभियान एक पौधा माँ के नाम को आगे बढ़ाने का संदेश भी दिया।

आईटीबीपी कमांडेंट संजय कुमार ने बताया कि लोहाघाट स्थित छत्तीसवीं वाहिनी स्वच्छता और पर्यावरण कार्यक्रमों में हमेशा अग्रणी रही है। उन्होंने बताया कि परिसर में भी पौधरोपण किया जाएगा। डीएफओ नवीन चंद्र पंत ने बताया कि हरेला पर्व के अवसर पर 35 हजार पौधे लगाए गए हैं, जबकि विभाग का जुलाई माह के लिए 9 लाख पौधों का लक्ष्य है।

कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जी.एस. खाती, अपर जिलाधिकारी जयवर्धन शर्मा, एसडीओ नेहा चौधरी, परियोजना अधिकारी बिम्मी जोशी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और एनसीसी कैडेट्स भी मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजीव मुरारी