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हजारीबाग, 16 जुलाई (हि.स.)। जिले के बड़कागांव में अदाणी फाउंडेशन ने गोंदुलपारा खनन परियोजना के तहत बड़कागांव प्रखंड के गोंदलपुरा, गाली, बलोदर और चंदौल गांवों के 120 परियोजना प्रभावित परिवारों को उच्च गुणवत्ता वाले धान के बीज और उर्वरकों का वितरण किया। इस पहल का उद्देश्य किसानों को खरीफ फसल सीजन के लिए बेहतर संसाधन उपलब्ध कराना और टिकाऊ खेती को बढ़ावा देना था। मानसून के आने के साथ अदाणी फाउंडेशन की समय पर की गई यह पहल किसानों के बीच एक नई आशा और उत्साह का संचार कर रही है, जिससे इस खेती के मौसम में बेहतर फसल होने की उम्मीदें और भी मजबूत हुई है।
कार्यक्रम के दौरान महुगाईं कला पंचायत की मुखिया बेबी देवी और चंदौल पंचायत के कृषि मित्र सनित महतो ने किसानों को संबोधित करते हुए उन्नत किस्म के धान बीज अपनाने की सलाह दी और क्षेत्रीय भौगोलिक स्थितियों के अनुरूप फसलों के चयन पर जोर दिया।
जैविक खेती से सुधरती है मिट्टी की सेहत
कार्यक्रम के दौरान भोक्ता समाज के सचिव और गाली गांव के ग्रामीण बलदेव गंझू ने रासायनिक उर्वरकों की जगह वर्मी कम्पोस्ट के उपयोग को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि जैविक खेती न केवल मिट्टी की सेहत सुधारती है बल्कि दीर्घकालिक कृषि उत्पादकता को भी सुनिश्चित करती है। उन्होंने कहा कि यह वितरण कार्यक्रम न केवल किसानों को संसाधन देने की पहल है, बल्कि उन्हें ज्ञान, प्रशिक्षण और आत्मनिर्भरता की दिशा में भी अग्रसर करता है।
बड़कागांव में लगातार जारी है अदाणी फाउंडेशन की सीएसआर पहल
हजारीबाग के बड़कागांव प्रखंड में अदाणी फाउंडेशन न केवल कृषि क्षेत्र में बल्कि स्वास्थ्य, शिक्षा और महिला सशक्तिकरण जैसे कई अन्य सामाजिक क्षेत्रों में भी निरंतर कार्य कर रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में नेत्र परीक्षण शिविर और टीबी पोषण किट वितरण जैसे कार्यक्रमों का सफल आयोजन इसका एक जीवंत उदाहरण है। इसके अलावा अदाणी फाउंडेशन की ओर से महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से स्वरोजगार प्रशिक्षण और वित्तीय जागरूकता को भी लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे