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गोपेश्वर, 16 जुलाई (हि.स.)। चमोली जिले के पोखरी विकासखंड के मसोली में संचालित बहुद्देशीय साधन सहकारी समिति के ग्रामीण बचत केंद्र से एक करोड़ 27 लाख, 70 हजार के गबन के आरोप में पुलिस ने दो आरोपितों को धर दबोचा है।
पुलिस अधीक्षक चमोली सर्वेश पंवार ने बुधवार को पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि 13 जनवरी को सहायक विकास अधिकारी पोखरी राजन कुमार ने थाना पोखरी को एक एक लिखित तहरीर दी थी। इसमें सेवानिवृत्त सचिव मोहनलाल एवं आंकिक अमित सिंह नेगी पर 76 लाख 48 हजार 559 के गबन और वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया गया था। इस तहरीर के साथ अपर जिला सहकारी अधिकारी सतबीर सिंह पंवार और कपिल कुमार की अध्यक्षता में की गई विभागीय जांच रिपोर्ट को भी साक्ष्य के रूप में पेश किया गया था। इसके आधार पर थाना पोखरी में मामला पंजीकृत किया गया। उन्होंने बताया कि यह गबन साधन सहकारी समिति मसोली में वर्ष 2017 से वर्ष 2023 के मध्य किया की गई थी। मामले की गंभीरता पुलिस उपाधीक्षक कर्णप्रयाग अमित सैनी की अध्यक्षता में विशेष पुलिस टीम गठित कर जांच प्रारंभ की गई, जिसके परिणामस्वरूप दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।
एसपी ने बताया कि जांच में ग्रामीण बचत केंद्र मसोली के कुल 962 खातों में से 162 खातों में फर्जी निकासी, जाली दस्तावेज एवं हस्ताक्षर के माध्यम से धनराशि निकालने के प्रमाण मिले है। पुलिस टीम की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर 110 खाताधारकों के बयान विशेष कैंप लगाकर उनके गांवों में दर्ज किए गए। इनमें से अधिकांश ने बताया कि उन्होंने न तो किसी निकासी फॉर्म पर हस्ताक्षर किए थे और न ही उन्हें किसी निकासी की जानकारी थी। जांच में कई फॉर्मों पर एक ही व्यक्ति के हस्ताक्षर कई खातों में पाए गए पाए गए। इससे प्रमाणित हुआ कि आरोपितों ने कई ग्रामीणों के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर धोखाधड़ी की। उन्होंने बताया कि वित्तीय रिकॉर्ड के मिलान में पाया गया कि लेखा सहायक अमित सिंह नेगी एक करोड़ 15 लाख 20 हजार खातों से निकाले गए जबकि कोई भी राशि बैंक में जमा नहीं की गई तथा पूर्व सचिव मोहनलाल ने 12 लाख 50 हजार की राशि निकाली गई, जो उनकी अधिकृत सीमा से बाहर थी। दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सहकारी समिति के अन्य अधिकारियों, सदस्यों और लेखाकारों की भूमिका की भी विवेचना की जा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / जगदीश पोखरियाल