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खूंटी, 13 जुलाई (हि.स.)। महर्षि मेंहीं आश्रम मलियादा मुरहू में रविवार को विशेष सत्संग और ध्यान-भजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सत्संग में अपने प्रवचन के दौरान ऋषिकेश आश्रम के स्वामी गंगाधर महाराज ने कहा कि सावन माह में हम देवों के देव महादेव की पूजा अर्चना करते हैं। सभी नशा पान और मांसाहार का त्याग कर भक्ति करते हैं, जिससे उनका जीवन सुखमय बनता है। भोलेबाबा की महिमा अपरम्पार है, वे सर्व मनोकामना पूरी करते हैं। हमें परमात्मा की इस सृष्टि को सदाचार और शाकाहार जीवन जीकर और सुंदर बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि सद्गुरु महर्षि में हीं परमहंस जी महाराज ने नशा, हिंसा, झूठ, चोरी और व्यभिचार त्याग कर भक्ति करने का उपदेश दिया है। बद्री नाथ धाम के स्वामी वैष्णवानंदजी महाराज ने कहा कि प्रतिदिन सत्संग और ध्यानाभ्यास करना चाहिए। सभी देवी-देवताओं ने भी सत्संग और ध्यानाभ्यास को अपनाया। यही सुख-शांति और परमात्मा की प्राप्ति में सहायक है। सामुहिक सत्संग और ध्यानाभ्यास में सैकड़ों सत्संगियों ने भाग लिया,और सत्संग ध्यान की विधि जानी। मौके पर भंडारे की भी व्यवस्था की गई थी। मौके पर डॉ डीएन तिवारी, मूचीराय मुंडा, विष्णु मुंडा, चमरा मुंडा, रामहरि साव, नंदिनी देवी सुरेश पंडित आदि उपस्थित थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल मिश्रा