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पुंछ, 13 जुलाई (हि.स.)। आगामी बुड्ढा अमरनाथ यात्रा से पहले चल रही विकासात्मक पहलों की समीक्षा और प्रशासनिक तैयारियों को सुदृढ़ करने के एक ठोस प्रयास के तहत, पुंछ के उपायुक्त विकास कुंडल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शफकत भट के साथ आज सुरनकोट उप-मंडल का व्यापक दौरा किया।
इस उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल में नागरिक और पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे,
जिन्होंने यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए बुनियादी ढाँचे के आकलन, अंतर-विभागीय समन्वय और सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान केंद्रित किया।
इस दौरे की शुरुआत यात्रियों के प्रमुख पड़ाव स्थल, दुंदक मंदिर के विस्तृत निरीक्षण से हुई।
इस दौरे के दौरान, उपायुक्त ने पेयजल उपलब्धता, स्वच्छता सुविधाओं, अस्थायी आवासों, चिकित्सा सहायता और भीड़ नियंत्रण तंत्र सहित तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को तीर्थयात्रियों के लिए एक पूर्ण सुरक्षा योजना, निर्बाध उपयोगिता सेवाएँ और एक स्वागत योग्य वातावरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों का एक व्यापक ऑन-साइट सुरक्षा ऑडिट भी किया गया।
यात्रा समन्वय प्रयासों के एक भाग के रूप में डीसी और एसएसपी ने शिव मंदिर, अरी पोथा से श्री बुद्ध अमरनाथ जी मंदिर, मंडी, हरनी-जेडब्ल्यूजी होते हुए पदयात्रा जुलूस का स्वागत किया। उन्होंने तीर्थयात्रियों से बातचीत की, उनकी भक्ति की सराहना की और पूरी यात्रा के दौरान पूर्ण प्रशासनिक सहयोग का आश्वासन दिया। अधिकारियों ने एक सुचारू, सुरक्षित और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध यात्रा अनुभव सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन की प्रतिबद्धता दोहराई।
विकासात्मक समीक्षा जारी रखते हुए टीम ने पोथा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास पर निर्माणाधीन पुल का निरीक्षण किया जो एक महत्वपूर्ण संपर्क परियोजना है।
उपायुक्त ने तकनीकी प्रगति का आकलन किया और राष्ट्रीय राजमार्ग अधिकारियों को गुणवत्ता मानकों का पालन करने, कार्य शीघ्र पूरा करने और यात्रियों की सुरक्षा के लिए मार्ग को बाधा मुक्त रखने के निर्देश दिए। उन्होंने चेतावनी दी कि देरी या घटिया काम बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अधिकारियों ने मचक्की और मस्तंदरा श्रमिक शिविरों का भी दौरा किया, जहाँ परनई विद्युत परियोजना के श्रमिक रहते हैं। डीसी और एसएसपी ने श्रमिकों से बातचीत की और उनके रहने की स्थिति, सुरक्षा और कार्य वातावरण को समझा। प्रशासन ने उन्हें उनकी भलाई के लिए अपनी प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया और शिकायतों का शीघ्र समाधान करने का वचन दिया। परियोजना प्रबंधकों को उचित आवास, चिकित्सा सहायता और श्रम सुरक्षा नियमों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
उपायुक्त ने उपमंडल में विभिन्न लघु विकास परियोजनाओं के साथ-साथ, एक महत्वपूर्ण ग्रामीण संपर्क, सुरनकोट-बफलियाज़ सड़क की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने देरी से बचने और निर्माण की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए मज़बूत अंतर-विभागीय समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने उप-मंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) सुरनकोट को सभी मौजूदा और आगामी परियोजनाओं की प्रगति की सक्रिय निगरानी करने का निर्देश दिया। उन्होंने समय सीमा को पूरा करने और जनता के लिए परिणाम देने के लिए वास्तविक समय पर नज़र रखने, विभागीय जवाबदेही और त्वरित निर्णय लेने पर ज़ोर दिया।
इस दौरे में एसडीएम सुरनकोट फारूक खान, तहसीलदार सुरनकोट अकबर हुसैन जैसे प्रमुख अधिकारियों और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), सीमा सड़क संगठन (बीआरओ), और परनई पावर प्रोजेक्ट सहित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता