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रायपुर, 13 जुलाई (हि.स.)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा जगन्नाथ भगवान की रथयात्रा को लेकर बोले गए कथित झूठ पर भारतीय जनता पार्टी के विधायक पुरंदर मिश्रा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इस झूठ के कारण राहुल गांधी की दुर्गति होना तय है। भगवान जगन्नाथ और उनकी रथयात्रा को लेकर झूठ बोलने का ऐसा दुस्साहस न पहले कोई कर पाया, न आज कर पाता है और न ही भविष्य में कोई कर पाएगा। भगवान जगन्नाथ कलियुग के भगवान हैं और उनकी इच्छा के बिना तो उनके दर्शन तक नहीं मिलते।
भाजपा विधायक श्री मिश्रा ने रविवार को एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस अब लगातार सनातन विरोधी चरित्र का प्रदर्शन कर रही है। तुष्टीकरण की राजनीति के चलते लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हमेशा राजनीति के निम्न स्तर को छुआ है और अब वह विश्वभर के करोड़ों लोगों की आस्था के साथ भी झूठ बोलकर खिलवाड़ करने से बाज नहीं आए हैं। राहुल गांधी को इस बात पर शर्म महसूस करनी चाहिए। भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा को लेकर सफेद झूठ बोलकर अपने सनातन विरोधी चरित्र का परिचय दे रहे राहुल गांधी को यह नहीं भूलना चाहिए कि ऐसे लोगों की राजनीति में कोई जगह नहीं है। भगवान जगन्नाथ के नाम पर झूठ बोलकर जिसने भी राजनीति करने का दुस्साहस किया, उसका हश्र बुरा ही होगा। राहुल गांधी ने यह सरासर मिथ्या प्रलाप किया है कि रथयात्रा में आम भक्तों की भीड़ रोककर एक विशेष व्यक्ति के लिए रास्ता साफ किया गया।
भाजपा विधायक ने कहा कि रथयात्रा को लेकर इस तरह की झूठी बयानबाजी करके अपनी मूर्खता ही साबित की गई है। ऐसी टिप्पणियां 'अनुचित और अतार्किक' हैं। जब तक भगवान जगन्नाथ स्वयं नहीं चाहेंगे, तब तक पुरी में रथों को कोई नहीं रोक सकता। कभी हिंदुओं को हिंसक बताने, हिन्दुत्ववादियों को देश से खदेड़ने की बातें करने वाले राहुल गांधी के मुँह से इस तरह का झूठ निकलना कोई नई बात नहीं है। जिस कांग्रेस में सनातन धर्म को एड्स, फ्लू, वायरस बताकर गाली देने की परम्परा रही हो, भगवान श्री राम को काल्पनिक बताया गया हो, रामसेतु के अस्तित्व तक को नकार दिया जाता हो, उस कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के आचरण को पूरा देश समझ रहा है।
भाजपा विधायक ने बताया कि 3000 साल पहले ईसा मसीह, 2 हजार साल पहले मुस्लिम धर्म गुरु (जिन्होंने जगन्नाथ दर्शन के बाद अपना नाम परिवर्तन कर हरिराम ठाकुर रख लिया था), 500 वर्ष पूर्व गुरु नानकदेव, 1912 में सिंधी समाज के संत मंगलराम, गुजराती समाज के गुरु स्वामी नारायण, संत कवि कबीरदास आदि ने जगन्नाथ धाम पहुंचकर दर्शन लाभ प्राप्त किया। ईसा मसीह की प्रतिमा पर तो भगवान जगन्नाथ का तिलक तक अंकित है। आज सभी सनातन विरोधी यह झूठ बोलकर भगवान जगन्नाथ का अपमान कर रहे हैं कि किसी व्यक्ति के लिए रथयात्रा रोकी गई। यह भक्त और भगवान की, भाई और बहन की पवित्र यात्रा है, जिसे कोरोना काल में महज 100 लोगों ने रथे खींचकर पूर्ण किया जबकि 1842 में अंग्रेजों ने 41 हाथियों के साथ रथ खिंचवाने का प्रयास किया लेकिन रथ टस-से-मस नहीं हुआ था।
श्री मिश्रा ने कहा कि आज विश्व के 28 देशों में भगवान जगन्नाथ के मंदिर स्थापित हैं और वहां रथयात्रा का भव्य आयोजन होता है। राहुल गांधी को चुनौती दी कि वह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ जगन्नाथ-दर्शन के लिए आ जाएं तो उन्हें सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। सनातन संस्कृति, परम्परा और आस्था के प्रति जो दुर्भावना राहुल गांधी व्यक्त कर रहे हैं, उससे कांग्रेस का सर्वनाश निकट है। कोट के ऊपर जनेऊ पहनने का पाखंड तो भारतवासी ही खत्म करेंगे।
प्रेस वार्ता में भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी, जिलाध्यक्ष रमेश ठाकुर, प्रदेश प्रवक्ता देवलाल ठाकुर, पैनलिस्ट निशिकांत पांडे आदि मौजूद रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / केशव केदारनाथ शर्मा