निगम कर्मचारी से अभद्र व्यवहार, भाजपा पार्षद के खिलाफ हुई नारेबाजी
धमतरी, 11 जुलाई (हि.स.)।नगर निगम के लोक निर्माण विभाग में कार्यरत सुपरवाईजर रामनारायण से बाम्हण पारा वार्ड पार्षद कोमल सार्वा द्वारा गालीगलौच कर मारपीट की शिकायत मिली है। पार्षद के खिलाफ कर्मचारी लामबंद हो गए हैं। 11 जुलाई को नगर निगम कार्यालय के साम
निगम कार्यालय के सामने प्रदर्शन करते हुए नगर निगम कर्मचारी।


धमतरी, 11 जुलाई (हि.स.)।नगर निगम के लोक निर्माण विभाग में कार्यरत सुपरवाईजर रामनारायण से बाम्हण पारा वार्ड पार्षद कोमल सार्वा द्वारा गालीगलौच कर मारपीट की शिकायत मिली है। पार्षद के खिलाफ कर्मचारी लामबंद हो गए हैं। 11 जुलाई को नगर निगम कार्यालय के सामने निगम कर्मचारियों ने इस मुद्दे को लेकर जमकर नारेबाजी की। कहा कि अभद्र व्यवहार करने वाले पार्षद जब तक माफी नहीं मागेंगे तब तक उनके वार्ड में कोई कर्मचारी काम करने नहीं जाएंगे।

नगर निगम के लोकनिर्माण शाखा में पदस्थ रामनारायण ने बताया कि शुक्रवार को दो वार्डों ब्राम्हण पारा रिसाईपारा में सुधार कार्य कराया जाना था। जिसके लिए ट्रेक्टर में रेती-गिट्टी लोडिंग कर लिया गया था। इसी बीच विभाग के एमआईसी प्रभारी का फोन आ गया और कहा गया कि कार्य को दूसरी जगह लगाना है। ब्राम्हण पारा वार्ड नहीं जाने पर पार्षद कोमल सार्वा ने उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हुए गाली गलौच की और मारपीट की कोशिश भी की। इसकी शिकायत उन्होंने निगम के कर्मचारी संगठन को दी। संगठन के पदाधिकारियों ने एकत्रित होकर आयुक्त प्रिया गोयल से मुलाकात कर घटना की पूरी जानकारी दी। आयुक्त ने पीड़ित कर्मचारी रामनारायण महेश्वरी से लिखित में आवेदन लिया। घटना के समय दीपक शर्मा, कमल नारायण सिन्हा, दीपमाला कोसरिया, टकेश्वर साहू, निकेतन यादव, चंद्रप्रकाश साहू, पवन हिरवानी, विजय यादव आदि कर्मचारी मौजूद थे। जिन्होंने पार्षद के मध्य बीच बचाव किया। नगर निगम के नवनियुक्त अधिकारी कर्मचारी कल्याण संघ के पदाधिकारी मौजूद थे।

अभद्र व्यवहार बर्दाश्त नहीं होगा: निगम कर्मचारी संगठन

निगम कर्मचारी संगठन के प्रमुख मंगलु निर्मलकर ने कहा कि आयुक्त को घटना के बारे में लिखित शिकायत दे दी गई है। नगर निगम में पूर्व में भी कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार की घटना सामने आई थी। अगर किसी पार्षद को आपत्ति या कार्यों की जानकारी लेनी है तो विभाग प्रमुख से करना चाहिए। कर्मचारी आदेशों का पालन करते हैं। उन्हें प्रताड़ना झेलना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पार्षद कोमल सार्वा द्वारा जब तक सार्वजनिक माफी नहीं मांगी जायेगी, तब तक उनके वार्ड में कोई भी कर्मचारी काम करने नहीं जाएंगे।

वार्ड पार्षद कोमल सार्वा ने कहा कि निगम कर्मचारी द्वारा गाली-गालौज मारपीट के लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। निगम के कुछ चुनिंदा कर्मचारी काम में काेताही बरतते हैं, और इस तरह से अनर्गल आरोप लगाते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा