राजन्या ने कहा - पार्टी में कई अभिजीत हैं, एआई वीडियो पर दर्ज कराई प्राथमिक
कोलकाता, 10 जुलाई (हि.स.) । राज्य की राजनीति में लगातार विवादों में बनी हुईं तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) की निलंबित नेत्री राजन्या हालदार के समर्थन में अब उनके पति और टीएमसीपी के ही निलंबित नेता प्रांतिक चक्रवर्ती सामने आए हैं। उन्होंने खुद के विर
राजन्या ने कहा - पार्टी में कई अभिजीत हैं, एआई वीडियो पर दर्ज कराई प्राथमिक


कोलकाता, 10 जुलाई (हि.स.) ।

राज्य की राजनीति में लगातार विवादों में बनी हुईं तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) की निलंबित नेत्री राजन्या हालदार के समर्थन में अब उनके पति और टीएमसीपी के ही निलंबित नेता प्रांतिक चक्रवर्ती सामने आए हैं। उन्होंने खुद के विरुद्ध बनाए गए एआई जनरेटेड अश्लील चित्रों को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उधर राजन्या ने कहा है कि पार्टी में अभिजीत मिश्रा जैसे कई नेता हैं, जिन्होंने अनगिनत लड़कियों को शिकार बनाया है।

प्रांतिक का आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस के ही एक कार्यकर्ता ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से उनकी छवि से छेड़छाड़ करते हुए विकृत तस्वीरें बनाई और प्रसारित कीं, जिससे उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा और मान-सम्मान को ठेस पहुंची है। उन्होंने स्पष्ट रूप से इसे एक साजिश करार देते हुए कहा है कि यह उनकी सामाजिक छवि को धूमिल करने की कोशिश है।

इससे पहले, लॉ कॉलेज में हुए कथित सामूहिक दुष्कर्म मामले के सामने आने के बाद राजन्या हालदार ने पार्टी के अंदर सक्रिय कुछ नेताओं के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने दावा किया था कि तृणमूल छात्र परिषद में कई मनोजीत हैं और वे खुद भी उन्हीं में से कुछ के दुर्व्यवहार का शिकार हुई हैं। राजन्या ने यह भी कहा था कि उनके खिलाफ एआई तकनीक से बनाई गई नग्न तस्वीरें सोशल मीडिया पर फैलाकर उन्हें बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने पार्टी नेतृत्व को कई बार इसकी जानकारी देने की कोशिश की, लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तक भी वे अपनी बात नहीं पहुंचा सकीं।

अब जब यह मुद्दा गरमाया है, तो पार्टी के अन्य नेता और कार्यकर्ता राजन्या के खिलाफ मुखर हो गए हैं। कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम की बेटी प्रियदर्शिनी हाकिम, डिप्टी मेयर अतिन घोष की बेटी प्रियदर्शिनी घोष और पार्टी की पार्षद जूई विश्वास ने राजन्या के आरोपों पर तीखा पलटवार किया है।

इसी कड़ी में तृणमूल कांग्रेस के ‘जयी बैंड’ की सदस्य और राजन्या की पूर्व मित्र बैशाली दत्तगुप्ता ने भी मोर्चा खोल दिया है। पत्रकारों से बात करते हुए बैशाली ने कहा कि राजन्या का यह कहना कि वे मुख्यमंत्री तक अपनी बात नहीं पहुंचा सकीं, सरासर झूठ है। उन्होंने यह भी कहा कि एक ‘मनोजीत’ का नाम लेकर पूरे संगठन की छवि खराब करने की कोशिश हो रही है ताकि छात्राओं को यह संदेश जाए कि टीएमसीपी में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।

बैशाली ने आरोप लगाया कि आर. जी. कर अस्पताल में हुई चिकित्सक के साथ दुष्कर्म-हत्या की घटना के बाद राजन्या ने बिना पार्टी की अनुमति के उस मुद्दे पर फिल्म बनाई थी, जिसके चलते उन्हें पार्टी से निलंबित किया गया। बैशाली का मानना है कि निलंबन से आहत होकर अब राजन्या प्रतिशोध की भावना से पार्टी के खिलाफ बोल रही हैं।

उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि राजन्या के पिता का भाजपा से जुड़ाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्हें भाजपा से टिकट की पेशकश की खबरें भी इस पूरे प्रकरण को संदिग्ध बनाती हैं।

हालांकि, बैशाली के इन आरोपों का जवाब देते हुए राजन्या ने कहा कि 2024 में जो कहा गया था, वही उन्होंने सार्वजनिक किया, लेकिन उन्होंने पार्टी नहीं छोड़ी। वे आज भी तृणमूल कांग्रेस की सदस्य हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सोनारपुर कॉलेज के एक नेता के खिलाफ जब खुलासा हुआ, तब वहां की महिला तृणमूल पार्षद ने भी सामने आकर बयान दिया था, तो उसे किस तरह से देखा जाए?

राजन्या ने यह भी तंज कसा कि बैशाली ने खुद भी निजी बातचीत में कई अनुभव उनसे साझा किए थे, जो अब सार्वजनिक बयानों से मेल नहीं खाते।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर