नेपाल : आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाने की आवश्यकता पर दिया जोर
काठमांडू, 10 जुलाई (हि.स.)। काठमांडू में नेपाल इंस्टीट्यूट ऑफ इंटर कॉपरेशन एंड इंगेजमेंट नामक गैर सरकारी संस्था द्वारा आयोजित दक्षिण एशिया में आतंकवाद का प्रभाव संबंधी एक सेमिनार में आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। सेमिना
आतंकवाद के प्रभाव संबंधी सेमिनार का आयोजन


काठमांडू, 10 जुलाई (हि.स.)। काठमांडू में नेपाल इंस्टीट्यूट ऑफ इंटर कॉपरेशन एंड इंगेजमेंट नामक गैर सरकारी संस्था द्वारा आयोजित दक्षिण एशिया में आतंकवाद का प्रभाव संबंधी एक सेमिनार में आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। सेमिनार में उपस्थित वक्ताओं ने नेपाल को आतंकवाद का ट्रांजिट प्वाइंट बनने देने से रोकने के लिए सतर्कता बरतने और कुछ कड़े कानून लाने का सुझाव दिया।

बुधवार को आयोजित सेमिनार में नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल के प्रमुख राजनीतिक सलाहकार सुनील बहादुर थापा ने कहा कि दक्षिण एशिया में पाकिस्तान परस्त आतंकवाद अपनी जड़े जमा रहा है जो कि इस क्षेत्र की शांति एकता और अखंडता के लिए खतरा है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के विषय में किसी भी देश को दोहरा मापदंड नहीं अपनाना चाहिए। थापा ने कहा कि यदि भारत में आतंकवादी हमला होता है तो पड़ोसी होने के नाते हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि यह भारत में हुआ है और इसका हमसे क्या लेना-देना है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश में होने वाले आतंकी हमला पर आज हम चुप बैठे तो अगला शिकार हम खुद होने वाले हैं इसलिए नेपाल को विश्व में कहीं भी होने वाले आतंकी हमले का कड़ा विरोध तो करना ही चाहिए और आवश्यकता हो तो उसमें साथ भी देना चाहिए।

पूर्व विदेश मंत्री एनपी साउद ने कहा कि पाकिस्तान के आतंकवादियों के लिए नेपाल ट्रांजिट प्वाइंट बनता जा रहा है यह चिंता की बात है। काठमांडू से इंडियन एयरलाइंस के विमान के अपहरण की घटना हो या मुंबई-दिल्ली (भारत) में हुए आतंकी हमले में नेपाल का कनेक्शन यह दिखाता है कि नेपाल की भूमि का प्रयोग कर आतंकी घटना को अंजाम दिया गया है।

पूर्व विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान परस्त आतंकवाद नेपाल में अपनी जड़े नहीं जमाए इसके लिए सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने की आवश्यकता है। उनका कहना है कि नेपाल में कभी दाऊद गिरोह सक्रिय रहता है तो कभी लश्कर ए तैयबा, इंडियन मुजाहिद्दीन अपना सेल्टर बनाता है जो कि सिर्फ भारत के लिए नहीं बल्कि नेपाल के लिए भी खतरा है। नेपाल को आतंक के साए से महफूज रखने के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि यदि नेपाल ने इस संबंध में सतर्कता नहीं अपनाई और कड़े कानून नहीं बनाए तो आने वाले दिन में आतंक के साए से हम बच नहीं सकते हैं। एनपी साउद का कहना है कि नेपाल को आतंक पर अपना स्टैंड स्पष्ट रखना चाहिए। आतंकी हमला भारत में हो या इजराइल में, अमेरिका में हो या यूरोप में हर बार हमारा स्टैंड आतंकवाद के खिलाफ ही होना चाहिए। देश देखकर हमें इस पर अपने आपको नहीं बदलना चाहिए।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास