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पलामू, 1 जुलाई (हि.स.)। गढ़वावासियों की चिर प्रतीक्षित मांग पूरी होने जा रही है। 15 साल से निर्माण की बांट जोह रहे जिलेवासियों को तीन जुलाई को बाइपास की सौगात मिलेगी। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी तीन जुलाई को गढ़वा क्षेत्र में आयोजित समारोह के दौरान नवनिर्मित गढ़वा बाइपास सड़क का शुभारंभ करेंगे। केंद्रीय मंत्री के आगमन को लेकर पलामू के सांसद विष्णु दयाल राम ने डालटनगंज आवास पर मंगलवार को पत्रकारों को जानकारी दी।
सांसद ने बताया कि 15 साल से गढ़वा के लोग बाइपास की मांग करते आ रहे थे। केंद्रीय मंत्री इसकी सौगात देंगे। गढ़वा बाईपास के बनने से व्यापार और आवागमन में सुगमता आएगी। छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश के लोगों को भी फायदा पहुंचेगा। 49 किलोमीटर लंबे बाइपास का निर्माण किया गया है।
गढ़वा बाइपास का निर्माण पूरा होने से लोगों को बहुत बड़ी जाम की समस्या से निजात मिलेगी। सांसद ने कहा कि केंद्रीय मंत्री के कार्यक्रम को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है। उन्होंने लोगों से कार्यक्रम में भाग लेने के लिए अपील की है।
सांसद ने कहा कि करीब 8000 करोड़ की लागत से रांची-वाराणसी नेशनल हाईवे का फोरलेन का निर्माण कार्य पूरा किया जाना है। रांची-वाराणसी नेशनल हाईवे पहले नेशनल हाईवे 75 के नाम से जाना जाता था, अब इसका नाम बदलकर नेशनल हाईवे 39 हो गया है। इसका निर्माण कार्य छह अलग-अलग चरणों में किया जाना है। पहले चरण का निर्माण कार्य रांची से कुडू तक पूरा हो गया है। दूसरे चरण का निर्माण कार्य पलामू के शंखा से गढ़वा के खजूरी तक भी 1129.28 करोड़ रुपए की लागत से पूरा हो गया है। तीसरे चरण में खजूरी से यूपी के विंढमगंज तक का कार्य 15 सितंबर तक किया जाना है, जिसकी लागत 1436.49 करोड़ रुपये है।
वहीं चौथे चरण में भोगु से शंखा तक का निर्माण कार्य 9 नवंबर 2025 तक किया जाना है, जिसकी लागत 1517.87 करोड़ रुपए है। पांचवें चरण का निर्माण कार्य उदयपुर से भोगु तक 9 अक्टूबर 2026 तक 1436.80 करोड़ की लागत से किया जाना है, जबकि छठे चरण का निर्माण कार्य कुरु से उदयपुरा तक 1274 करोड़ रुपए की लागत से किया जाना है, जिसका निर्माण कार्य सितंबर 2025 से शुरू किया जाएगा।
नेशनल हाईवे 39 को गढ़वा बाइपास के नाम से भी जाना जाता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप कुमार