युवाओं के बल पर ही विकसित भारत का सपना होगा साकार : देवेश
पलामू, 1 जुलाई (हि.स.)। ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार की राज्यस्तरीय दिशा समिति के सदस्य बनने पर मंगलवार को पलामू पहुंचे देवेश तिवारी ने केन्द्र सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारने और युवाओं की भागीदारी बढाने पर बल दिया। देवेश ने परिसदन में पत्
पत्रकारों से बात करते देवेश तिवारी


पलामू, 1 जुलाई (हि.स.)। ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार की राज्यस्तरीय दिशा समिति के सदस्य बनने पर मंगलवार को पलामू पहुंचे देवेश तिवारी ने केन्द्र सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारने और युवाओं की भागीदारी बढाने पर बल दिया।

देवेश ने परिसदन में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार ने काफी कम उम्र में उन पर जो विश्वास जताया गया है, उस पर वे खरा उतरने का प्रयास करेंगे। केन्द्र की योजनाएं ज्यादा से ज्यादा जमीनी रूप ले, इसकी कोशिश होगी। इन योजनाओं में युवाओं की भागीदारी बढाने का प्रयास किया जायेगा। उन्‍होंने कहा कि युवाओं के बल पर ही विकसित भारत के सपने को साकार किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह विजन 2047 को लेकर बड़े पैमाने पर कार्य कर रहे हैं। आजादी का 100 वर्ष पूरे होने पर देश की स्थिति कैसी हो, इसकी कल्पना अभी से की जा रही है। विकसित भारत का सपना साकार होगा। स्वच्छ, हराभरा, स्वस्थ और साक्षर पलामू बनाने का प्रयास रहेगा। उन्होंने कहा कि लिटरेसी रेट में पलामू 15वें स्थान पर है, जबकि यह आकांक्षी जिला में शामिल है। ऐसे में साक्षरता और विकास दोनों में पिछड़ा है। उन्‍होंने कहा कि पलामू को देश में नंबर वन जिला बनाना है।

उन्होंने कहा कि देखा जा रहा है कि केन्द्र के साथ राज्य सरकार का समन्वय ठीक नहीं है। ऐसे में केन्द्र की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस दूरी को पाटने की कोशिश की जायेगी। उन्होंने यह भी कहा कि पलामू में हो रही फोर्थ ग्रेड बहाली को लेकर भ्रम की स्थिति है। इसे लेकर वे उपायुक्त से मिलेंगे और आवेदन भरने की तिथि बढाने का प्रयास करेंगे।

उल्‍लेखनीय है कि देवेश तिवारी पलामू के निवासी हैं। राज्य स्तरीय दिशा समिति केंद्र सरकार के 34 मंत्रालयों की 97 प्रमुख योजनाओं के समन्वय और प्रभावी निगरानी का कार्य करती है। इस समिति के अध्यक्ष राज्य के मुख्यमंत्री होते हैं, जबकि मुख्य सचिव इसके सदस्य सचिव के रूप में कार्य करते हैं। समिति में पक्ष-विपक्ष के सांसद, विधायक, सचिव स्तर के अधिकारी और अन्‍य विशिष्ट व्यक्ति सदस्य होते हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप कुमार