रथ यात्रा में व्यवधान पर बजरंग सेवा दल ने सौंपा ज्ञापन, धार्मिक स्वतंत्रता के हनन का आरोप
पूर्वी सिंहभूम, 1 जुलाई (हि.स.)। हितकु पंचायत के हाडतोपा गांव में रथ यात्रा के दौरान उत्पन्न अवरोध को लेकर बजरंग सेवा दल ने मंगलवार को उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) और एसडीएम धालभूम से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। दल ने आरोप लगाया कि ग्राम सभा कीर ओर
बजरंगदल का ज्ञापन


पूर्वी सिंहभूम, 1 जुलाई (हि.स.)। हितकु पंचायत के हाडतोपा गांव में रथ यात्रा के दौरान उत्पन्न अवरोध को लेकर बजरंग सेवा दल ने मंगलवार को उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) और एसडीएम धालभूम से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। दल ने आरोप लगाया कि ग्राम सभा कीर ओर से धार्मिक यात्रा में बाधा डालकर श्रद्धालुओं की संवैधानिक धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन किया गया है।

बजरंग सेवा दल के संरक्षक भीष्म सिंह और अध्यक्ष गौतम प्रसाद के नेतृत्व में सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि 27 जून को महाप्रभु जगन्नाथ जी की रथ यात्रा, जो कि आस्था और संस्कृति का प्रतीक है, उसमें ग्राम सभा के कुछ पदाधिकारियों ने व्यवधान उत्पन्न किया। प्रतिनिधियों ने कहा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 से 28 के तहत हर नागरिक को धार्मिक स्वतंत्रता प्राप्त है, वहीं पेशा कानून में ग्राम सभा को किसी धार्मिक यात्रा को रोकने या उसके लिए अनुमति देने का अधिकार प्राप्त नहीं है। ग्राम सभा को सिर्फ संस्कृति और धर्म से जुड़े आयोजनों को प्रोत्साहित करने का अधिकार प्राप्त है।

ज्ञापन में यह भी सवाल उठाया गया कि जब राज्य में पेशा कानून लागू ही नहीं है, तो ग्राम सभा की अधिसूचना किस आधार पर हुई और स्वघोषित ग्राम प्रधान किस प्रक्रिया से नियुक्त हुए। बजरंग सेवा दल ने प्रशासन से मांग की है कि इस प्रकरण की पूरी जांच कराई जाए कि ग्राम प्रधानों का चुनाव विधिसम्मत हुआ भी है या नहीं, और क्या उनकी अधिसूचना प्रशासन द्वारा की गई है अथवा नहीं।

दल ने वरीय अधिकारियों से इस गैरसंवैधानिक परंपरा को समाप्त करने और दोषियों पर विधि सम्मत कार्रवाई की मांग की है।

इस दौरान उपस्थित प्रमुख लोगों में संरक्षक भीष्म सिंह, अध्यक्ष गौतम प्रसाद, उपाध्यक्ष राजकुमार, धर्मेंद्र शर्मा, सचिव संदीप रजक, साकेत सिंहा, अमित सिंह, विशाल, सूरज, सनी सचदेवा, सुजीत यादव, गणेश दुबे और दीपक कुमार शामिल थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक