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नई दिल्ली, 28 जून (हि.स.)। दिल्ली की सभी विधानसभाओं में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राजधानी में बढ़ते नशे, जुएं, सट्टा और अपराध को खत्म करने के ‘‘कांग्रेस का युद्ध-नशे और अपराध के विरुद्ध’’ अभियान के तहत लोगों को जागरूक बनाने के लिए शनिवार को प्रदर्शन किया। इस अभियान का नेतृत्व दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने किया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने अभियान के तहत दृढ़ संकल्पित होकर राजधानी को सामाजिक बुराइयों से मुक्त कराकर एक सुरक्षित और समृद्ध दिल्ली का निर्माण करने का संकल्प लिया।
देवेंद्र यादव ने अभियान की शुरुआत करते हुए विभिन्न प्रदर्शन स्थलों में शामिल हुए। इसके बाद अपनी बादली विधानसभा में नशे और अपराध के विरुद्ध अभियान में शाम को हिस्सा लिया। दिल्ली की 70 विधानसभाओं में आयोजित प्रदर्शनों में पूर्व मंत्री नरेन्द्र नाथ, पूर्व विधायक अनिल भारद्वाज, भीष्म शर्मा, विपिन शर्मा, हसन अहमद सहित क्षेत्रीय नेता, पूर्व विधायक, जिला अध्यक्ष, ब्लाक अध्यक्ष, लोकसभा और जिला आर्ब्जवर, अग्रिम संगठनों, सेल एवं विभागों के अध्यक्ष एवं पदाधिकारी भी शामिल हुए। देवेंद्र यादव ने बादली विधानसभा में ड्रग्स के बढ़ते प्रभाव और बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बादली पुलिस स्टेशन के थानाध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा।
देवेंद्र यादव ने कहा कि पिछले एक दशक में आम आदमी पार्टी और भाजपा के शासन में दिल्ली अपराध और नशे की राजधानी बन चुकी है। एक रिपोर्ट के अनुसार 18-40 आयु वर्ग के युवा अत्यधिक नशे का शिकार हो रहे है और 90 प्रतिशत सड़कों पर रहने वाले बच्चे नशा करते है, जो चिंता का विषय है। नशे पर नियंत्रण पाने में भाजपा की केंद्र और दिल्ली सरकार पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है। प्रतिदिन हत्या, लूट, झपटमारी और बलात्कार की घटनाओं के कारण दिल्ली वाले डर और भय के साए में जीने को मजबूर है।
देवेंद्र यादव ने कहा कि देश के भविष्य युवाओं का नशे की तरफ बढ़ने में एक बड़ा कारण सरकारों द्वारा रोजगार न देना भी है। बेरोजगारी से हताश युवा नशे की तरफ रुख कर रहा है, जिससे परिवार सहित पूरा समाज प्रभावित हो रहा है। सरकारों की निष्क्रियता, अनियंत्रण, लचर कानून व्यवस्था और प्रशासनिक विफलता के कारण नशा करने वालों में हर वर्ष 25 प्रतिशत की वृद्धि हो रही है। राजधानी में सरकारी नशा मुक्ति केन्द्रों की भारी कमी भी नशा मुक्त समाज बनाने में बड़ी विफलता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / धीरेन्द्र यादव