मुख्यमंत्री ने भुज में 54वीं राष्ट्रीय सीनियर महिला हैंडबॉल प्रतियोगिता का शुभारंभ किया
गांधीनगर, 28 जून (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शनिवार को कच्छ जिले के भुज शहर में भुज कच्छी लेवा पटेल समाज के सरदार पटेल विद्या संकुल में आयोजित 54वीं राष्ट्रीय सीनियर महिला हैंडबॉल प्रतियोगिता का मशाल प्रज्वलन के साथ टॉस उछालकर उद्घाटन किया
54वीं राष्ट्रीय सीनियर महिला हैंडबॉल प्रतियोगिता


54वीं राष्ट्रीय सीनियर महिला हैंडबॉल प्रतियोगिता


54वीं राष्ट्रीय सीनियर महिला हैंडबॉल प्रतियोगिता


54वीं राष्ट्रीय सीनियर महिला हैंडबॉल प्रतियोगिता


54वीं राष्ट्रीय सीनियर महिला हैंडबॉल प्रतियोगिता


गांधीनगर, 28 जून (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शनिवार को कच्छ जिले के भुज शहर में भुज कच्छी लेवा पटेल समाज के सरदार पटेल विद्या संकुल में आयोजित 54वीं राष्ट्रीय सीनियर महिला हैंडबॉल प्रतियोगिता का मशाल प्रज्वलन के साथ टॉस उछालकर उद्घाटन किया।

महिला प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात में विकसित हुई उच्च स्तरीय खेल संस्कृति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन का परिणाम है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने शिक्षा के साथ-साथ खेल को भी प्राथमिकता दी है, जिससे आज देश भर में ‘खेलो इंडिया’ के माध्यम से खेल प्रतिभाएं चमक रही हैं। 54वीं राष्ट्रीय सीनियर महिला हैंडबॉल प्रतियोगिता 2025 का आयोजन इसी का एक उत्तम उदाहरण है।

चैंपियनशिप के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री ने कच्छी नूतन वर्ष की शुभकामनाएं देने के साथ ही कच्छी नव वर्ष के पावन अवसर पर कच्छ में 109 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों की सौगात देने, 108 बच्चों का स्कूल में दाखिला कराने और हैंडबॉल चैंपियनशिप के उद्घाटन का अवसर मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा ‘खेले वह खिले’ मंत्र के साथ 2010 में शुरू हुए खेल महाकुंभ के माध्यम से दूरस्थ गांवों से लेकर महानगरों के खिलाड़ियों के कौशल को सामने आने का अवसर मिला है।

इस चैंपियनशिप में हिस्सा ले रहीं सभी खिलाड़ियों को श्रेष्ठ प्रदर्शन की शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अंबाजी धाम में आयोजित आदिशक्ति राष्ट्रीय महिला तीरंदाजी प्रतियोगिता के बाद अब मां आशापुरा की धरती कच्छ में आयोजित यह राष्ट्रीय सीनियर महिला टूर्नामेंट देश के अलग-अलग राज्यों की नारी शक्ति के लिए अपना खेल कौशल दिखाने का प्लेटफॉर्म बनेगा। 30 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की टीमों की 540 महिला प्रतिभागी खिलाड़ियों के साथ इस चैंपियनशिप से ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना साकार होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सेवा दायित्व के 11 वर्षों में देश की खेल संस्कृति में आए बदलाव के कारण यह समय युवाओं और खिलाड़ियों के लिए स्वर्णिम काल बन गया है। देश में एथलीटों के लिए उपलब्ध कराए गए अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण, कंडीशनिंग और बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर के कारण देश की खेल प्रतिभाओं को एक बड़े प्लेटफॉर्म मिला है, साथ ही देश को अच्छे एथलीट भी मिले हैं। इसके चलते भारतीय खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश का गौरव बढ़ा रहे हैं।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने हाल ही में देश को गौरवान्वित करने वाले विश्व शतरंज चैंपियन डी. गुकेश, नीरज चोपड़ा और देश की बेटी दिव्या देशमुख को याद करते हुए युवाओं से खेलों में रुचि लेने का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री वर्ष 2036 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए देश को तैयार करने के लिए कटिबद्ध हैं। ओलंपिक में देश की झोली को अधिकाधिक पदकों से भरने के लिए टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टीओपीएस-टॉप्स) जैसी योजना के तहत प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को तैयार किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में गुजरात भी ओलंपिक 2036 के रन-अप के हिस्से के रूप में आगामी वर्षों में करीब पांच विश्व स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए प्रयासरत है।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के प्रयासों के फलस्वरूप भारत को विश्व पुलिस और फायर गेम्स 2029 की मेजबानी का गौरवपूर्ण अवसर मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि इन खेलों का आयोजन एकता नगर, गांधीनगर और अहमदाबाद में होगा। ऐसे आयोजन गुजरात को स्पोर्ट्स एक्सीलेंस में अग्रणी बनाने में मार्गदर्शक सिद्ध होंगे।

पटेल ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में गत दो दशकों में गुजरात में विकसित हुए खेल इंफ्रास्ट्रक्चर का ब्यौरा देते हुए कहा कि 2002 में राज्य में केवल 3 स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स थे, जबकि आज 24 स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स हैं। ओलंपिक खेलों के लिए सरदार पटेल स्पोर्ट्स एनक्लेव और स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स विकसित किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात ने 2036 से पहले राज्य में सुव्यवस्थित स्पोर्ट्स इकोसिस्टम के विकास के लिए अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि विश्व स्तरीय खेलों का आयोजन से देश और गुजरात में खेलों को प्रोत्साहन मिलने के साथ ही खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए वातावरण बनेगा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मोटापा मुक्त भारत’ के अभियान में खिलाड़ियों से योगदान देने की अपील की और खेल भावना के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए महिला खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं।

स्थानीय सांसद विनोदभाई चावड़ा ने विभिन्न राज्यों की महिला खिलाड़ियों को चैंपियनशिप के लिए शुभकामनाएं देते हुए टूर्नामेंट में खेल भावना और अनुशासन के साथ हिस्सा लेकर इसे सफल बनाने में सहयोग देने का अनुरोध किया।

उल्लेखनीय है कि सरदार पटेल विद्या संकुल में स्थित लालजी रूडा पिंडोळिया खेल परिसर में 3 जुलाई तक चलने वाली इस प्रतियोगिता का आयोजन हैंडबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान और हैंडबॉल एसोसिएशन गुजरात और हैंडबॉल एसोसिएशन कच्छ के सहयोग से किया जा रहा है। इस चैंपियनशिप में भारत की 540 महिला खिलाड़ी और 18 कोच-मैनेजर हिस्सा ले रहे हैं। प्रतियोगिता में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) जैसे अर्धसैनिक बलों के साथ ही पंजाब पुलिस की चुनिंदा महिला खिलाड़ी संबंधित राज्यों की टीमों में शामिल होकर अपना कौशल दिखाएंगी।

कार्यक्रम में सांसद विनोदभाई चावड़ा, जिला पंचायत अध्यक्ष जनकसिंह जाडेजा, भुज नगर पालिका अध्यक्ष रश्मिबेन सोलंकी, विधायक केशुभाई पटेल, त्रिकमभाई छांगा, भुज तहसील पंचायत अध्यक्ष विनोद वरसाणी, कलेक्टर आनंद पटेल, जिला विकास अधिकारी उत्सव गौतम, पश्चिम कच्छ के पुलिस अधीक्षक विकास सुंडा, प्रांत अधिकारी डॉ. अनिल जादव, कच्छी लेवा पटेल समाज के अध्यक्ष वेलजीभाई पिंडोरिया, एजुकेशन और मेडिकल ट्रस्ट के अध्यक्ष गोपालभाई गोरसिया, हैंडबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव डॉ. प्रीतपाल सिंह सलूजा और मानद कोषाध्यक्ष गुरशरण सिंह गिल, हैंडबॉल एसोसिएशन गुजरात के अध्यक्ष रवीन्द्रसिंह राजपूत, हैंडबॉल एसोसिएशन कच्छ के अध्यक्ष मनीष पटेल सहित टूर्नामेंट के दानदाता और बड़ी संख्या में महिला खिलाड़ी उपस्थित रहीं।

हिन्दुस्थान समाचार / Abhishek Barad